वाराणसी: पंचायत चुनाव की वोटिंग के बाद चुनाव के रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे कई प्रत्याशी अपनी जीत का जश्न भी नहीं मना सके। मतगणना से पहले ही कुछ प्रत्याशियों की मौत हो चुकी है। किसी ने कोरोना के चलते दम तोड़ दिया तो किसी की अन्य बीमारी के चलते मौत हो गई। दो मई को मतगणना के बाद प्रत्याशी की जीत का ऐलान तो हुआ लेकिन जश्न मनाने के लिए प्रत्याशी अब दुनिया में नहीं था। प्रत्याशी की मौत के गम में उनके समर्थक भी मायूस थे। प्रत्याशी के घर में मातम छाया था।
वाराणसी के पिंडरा ब्लॉक के नंदापुर के ग्राम प्रधान की सुनरा देवी ने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी को 3 मतों से हराकर जीत हासिल की।लेकिन जीत की खुशी उनके लिए मौत लेकर आई। जीत की सूचना मिलते ही आईसीयू में भर्ती सुनरा देवी की मौत हो गई। सुनरा देवी को 294 मत तथा प्रेमशीला को 291 मत मिला। मृत प्रधान सुनरा देवी का प्रमाणपत्र उनके पुत्र अजय यादव ने लिया।
वही अमौत गांव के लालधारी ने अपने प्रतिद्वंद्वी नीतू को 186 मतों से हराया।अमरोहा के गंगेश्वरी विकास खंड के गांव खनौरा में प्रधान पद की प्रत्याशी सविता पत्नी राजकुमार 165 वोट से चुनाव जीतीं लेकिन यह बदकिस्मती रही कि शुक्रवार रात उनका कोराना की वजह से निधन हो गया। आज उनकी जीत के ऐलान के बाद भी परिवार खुशी से दूर गम में डूबा रहा। देवरिया के विकास खण्ड भागलपुर की ग्राम पंचायत कपूरी एकौना से प्रधान पद की प्रत्याशी विमला देवी (55) की रविवार की सुबह जिला अस्पताल में मौत हो गई जबकि दोपहर में आए चुनाव परिणाम में वह विजयी रहीं।