यूपी के एक ही गाँव में एक साथ जली 7 चिताएं तो फफक पड़े गांव वाले, किसी का उजड़ा सुहाग तो किसी की टूटी बुढ़ापे की लाठी जली
मुंबई के कुर्ला में चार मंजिला इमारत गिरने से नौतनवां तहसील क्षेत्र के जिन आठ युवक की मौत हो गई थी, उनके शव गुरुवार देर रात मृतकों के गांव पहुंचे। शवों को देखकर पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया। हनुमानगढ़िया गांव के कुशहर प्रजापति, श्यामू प्रजापति, अनूप गौड़, धोतियहवा गांव के अनिल व संपतिया गांव के विपिन व सेमरहवा के अनूप राजभर व शिकंदर राजभर और कजरी गांव के अरविंद भारती का शव एंबुलेंस से उनके पैतृक गांव पहुंचा।
परिजन शव से लिपटकर रोने लगे तो वहां संवेदना देने पहुंचे लोग फफक कर रो पड़े। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के जिम्मेदार भी मौके पर पहुंच गए और उनकी मौजूदगी में देर रात ही रोहिन नदी के तट पर सात शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि आठवें शव का अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह हुआ। एसडीएम दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के बीच सभी मृतकों का रोहिन नदी के तट पर अंतिम संस्कार करा दिया गया।
मुंबई के कुर्ला में हुए इस हादसे में किसी का सुहाग उजड़ गया, किसी के बुढ़ापे की लाठी टूट गई तो किसी ने अपना कमाऊं पूत खो दिया। देर रात मृतकों के शव गांव पहुंचे तो हर गली चीख-पुकार से गमगीन हो गई। कौशल्या जहां विपिन को गले लगाकर विलाप करके रोने लगी। वहीं महिमा को अपने पति कुशहर की मृत्यु पर विश्वास ही नहीं हो रहा था, वह बेसुध अवस्था में पति के शव को एकटक निहारती रही और बूढ़े माता-पिता सिसक-सिसक कर रोते रहे।
शोकाकुल माहौल के बीच रोहिन नदी के किनारे मौजूद सेमरहवा गांव के कुरहवा तट पर पांच तो दूसरे तट पर दो चिताएं एक साथ जलाई गईं। जिसे देख सभी की आंखें आंसुओं से नम हो गईं। हर कोई ऊपर वाले की मर्जी को कोसता हुआ ही नजर आया।
मृतकों का शव मुंबई से हवाई जहाज के माध्यम से बनारस एयरपोर्ट पर लाया गया। वहां से चार एंबुलेंस में दो-दो शव रखकर परिजन गुरुवार देर रात शव लेकर अपने-अपने गांव पहुंचे। एंबुलेंस से शव उतरते ही हर कोई बदहवास हो गया।