काशी में चढ़ा दीपावली का खुमार घर-घर विराजेंगे लक्ष्मी– गणेश! देखें पूजा का विशेष मुहूर्त...
काशी में चढ़ा दीपावली का खुमार घर-घर विराजेंगे लक्ष्मी– गणेश! देखें पूजा का विशेष मुहूर्त...
आज दीपावली है। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आज घर-घर लक्ष्मी-गणेश विराजेंगे। अमावस्या की आज की रात में घरों से लेकर गंगा घाटों तक अनगिनत दीपक टिमटिमाएंगे। सुख-समृद्धि, धन व वैभव की देवी मां लक्ष्मी और ऋद्धि-सिद्धि के अधिष्ठाता श्रीगणेश की पूजा के साथ ही आज के अनुष्ठान पूरे होंगे।
अमावस्या शाम 5:28 बजे शुरू होगी...
काशी के ज्योतिषाचार्य विमल जैन के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत आज शाम 5:28 बजे होगी। अमावस्या तिथि 25 अक्टूबर यानी मंगलवार की शाम 4:19 बजे तक रहेगी। पूजा के लिए प्रदोष काल और स्थिर लग्न विशेष लाभकारी होता है। प्रदोष काल आज शाम 5:23 बजे से रात 7:55 बजे तक है। स्थिर लग्न शाम 6:36 बजे से रात 8:32 बजे तक है। महानिशीथ काल रात 11:20 बजे से 12:11 बजे तक है।
ऐसे करें दीपावली की पूजा....
काशी के ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, श्रीगणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा का मुहूर्त आज शाम के समय है। पूजा के लिए लकड़ी की नई चौकी पर लाल रंग का नया कपड़ा बिछाकर उस पर श्रीगणेश और उनके दाएं ओर देवी लक्ष्मी की मूर्ति रखें। मूर्तियों के सामने चावल के ऊपर कलश में पानी भर कर फूल, अक्षत, दूर्वा, सुपारी और चांदी का सिक्का रखें। कलश पर रोरी या सिंदूर से स्वास्तिक बनाएं। पानी से भरे कलश के ऊपर चावल से भरा बर्तन रख कर उस पर पानी वाला नारियल रखें। श्रीगणेश और लक्ष्मी को चंदन, चावल, धूप, गुड़, फूल-फल अर्पित करने के बाद अखंड दीपक जलाएं। विधि-विधान से पूजा करने के साथ ही श्रीलक्ष्मी स्तुति, श्रीसूक्त, श्रीलक्ष्मी सहस्त्रनाम और श्रीकनकधारा स्तोत्र का परिवार के सभी सदस्य पाठ कर सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।