वाराणसी में योगी की बात वायरल करने पर नेता को डीएम ने दिया नोटिस, पूंछा ये सवाल?

मुख्यमंत्री और व्यापारी नेता के बीच हुई बातचीत में बीच में कूद पड़े बनारस के डीएम , योगी की बात वायरल करने पर नेता को दिया नोटिस

Update: 2020-08-25 04:11 GMT

सौवीर कुमार 

लखनऊ : अमिताभ बच्चन ने करीब पचीस बरस पहले किसी फिल्म में एक डॉयलॉग बोला था कि एक थे सत्ते, एक थे फत्ते और एक थे हम। ठीक उसी डॉयलॉग की तर्ज में मस्ती की नगरी वाराणसी में एक नया स्लोगन उछलने-कूदने लगा है। अब गली-गली में यह डॉयलॉग बोला जा रहा है कि एक हैं योगी, एक हैं ब्यौपारी नेता और बीच में कूद पडे हैं लड़हू-जगधर।

किस्सा कुछ यूं है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के वाराणसी महानगर अध्यक्ष राकेश जैन की दो दिन पहले आपस में फोन पर बातचीत हुई थी। इस बातचीत का विषय था कि कोरोना के अस्पतालों में मरीजों की दिक्कतें और व्यापारी को आने वाली समस्याएं। राकेश जैन ने योगी को बताया कि कोरोना अस्पतालों में मरीजों का इलाज नहीं, बल्कि बाकायदा लूट की हालत बन चुकी है।

व्यापारी समस्याओं को लेकर राकेश जैन ने योगी को बताया कि जिला प्रशासन के रोज-ब-रोज बदलते आदेशों से अजीब अराजकता का माहौल बनता जा रहा है। अक्सर नये-नये आदेश जारी हो जाते हैं, जिनमें कभी बाजार खोलने का नया टाइमटेबल होता है, या दाहिने-बायें पटरी को खोलने का आदेश। इससे व्यापारी परेशान हो गये हैं। बातचीत के अंत में मुख्यमंत्री योगी ने उनकी समस्याओं पर संज्ञान लेने का वायदा किया और यह भी वायदा किया कि वे जल्दी ही वाराणसी आयेंगे। इस पर व्यापारी नेता ने उनका धन्यवाद दिया। बातचीत खत्म।

मुख्यमंत्री योगी से अपनी हुई इस बातचीत को आम जनता और व्यापारी-जनों तक पहुंचाने के लिए राकेश जैन ने इस बातचीत का पूरा ऑडियो-क्लिप अपने सहयोगियों और मित्रों तक पहुंचा दिया। जहां से एक हाथ से दूसरे हाथ तक होते-होते यह बातचीत सभी वाट्सएप ग्रुप्स में वायरल हो गयी। लोगों को अच्छा महसूस हुआ कि जल्दी ही कोरोना मरीजों की दिक्कतों पर रोक लगेगी और व्यापारी लोग राहत की सांस लेंगे। लोगों को यह भी अच्छा लगा कि काशी में मुख्यमंत्री जल्दी ही आने वाले हैं।

लेकिन इसी बीच कूद पडे लड़हू-जगधर की तरह बनारस के डीएम कौशलराज शर्मा। उन्होंने राकेश जैन की योगी से हुई इस बातचीत वायरल होने को गैरकानूनी और संगीन अपराध मान लिया। इतना ही नहीं, कौशलराज शर्मा ने बाकायदा एक नोटिस जारी की और राकेश जैन से जवाब तलब करते हुए तीन दिनों में जवाब मांगा है। नोटिस में लिखा गया है कि अगर तीन दिनों में यह जवाब नहीं मिला, और जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो राकेश जैन के खिलाफ कड़ी वैधानिक दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

बनारस की जालियों में अब गुस्सा उबलने लगा है। आवाजें आ रही हैं कि:- रुक रुक। बुला ल त एक बार फिर से चकाचक बनारसी के। एकरा के उहै कुऊँच देबें। 




 


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