PM मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की रखी नींव, कहा- 'भोले बाबा को मिलेगी मुक्ति'
पीएम आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी, कानपुर और गाज़ियाबाद को कई सौगातें देंगे.
वाराणसी : लोकसभा चुनाव से पहले योजनाओं के उद्घाटन और परियोजनाओं के ऐलान का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई योजनाओं की शुरुआत करेंगे, पीएम आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी, कानपुर और गाज़ियाबाद को कई सौगातें देंगे. अपने मिशन उत्तर प्रदेश की शुरुआत प्रधानमंत्री ने काशी से की, यहां उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना भी की और काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की नींव रखी। उन्होंने पहले मंदिर में विशेष अनुष्ठान और दर्शन-पूजन किया.
करीब 40 हजार वर्गमीटर इलाके में बन रहे इस कॉरिडोर पर 600 करोड़ रुपये की लागत आ रही है. पीएम ने भूमि पूजन करते हुए ऊं नमः शिवाय लिखी हुई शिलाओं का इस्तेमाल किया. इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाईक भी मौजूद थे.
पीएम ने प्रॉजेक्ट का शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कहा, 'भोले बाबा की पहले किसी ने इतनी चिंता नहीं की. महात्मा गांधी भी बाबा की इस हालत पर चिंतित थे. 2014 के चुनाव के दौरान मैंने कहा था कि मैं यहां आया नहीं हूं, मुझे यहां बुलाया गया है. शायद मुझे ऐसे ही कामों के लिए बुलाया गया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब कॉरिडोर के लिए घरों को तोड़ा गया, तो करीब 40 मंदिर मुक्त कराए. लोगों ने घरों के अंदर मंदिर छुपाए हुए थे, लेकिन अब उनके दर्शन भी हो पाएंगे. उन्होंने कहा कि कॉरिडोर मंदिर को घाट से जोड़ेगा, अब मां गंगा के साथ सीधे भोले बाबा को जोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि मंदिर के आसपास जो धाम बनेगा, उससे लोगों को काफी फायदा हुआ है. उन्होंने कहा कि 2014 में जो बुलावा आया था, वो इन्हीं विकास के कामों के लिए था, ये सिर्फ काशी के लोगों से नहीं बल्कि देश के लोगों से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल के शुरुआती तीन साल में राज्य सरकार का सहयोग मिला होता तो आज इस काम का उद्घाटन कर देता, योगी जी के अाने के बाद काम की रफ्तार बढ़ी है.'
पीएम मोदी को मंदिर में प्रसाद स्वरूप बनारसी सिल्क का केसरिया दुपट्टा और रुद्राक्ष की माला भेंट की गई. पीएम ने देश की तरक्की और विश्व कल्याण की कामना के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की. इसके बाद वह दीनदयाल हस्तकला संकुल में राष्ट्रीय महिला रोजगार सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और 5 महिला स्वयं-सेवा समूहों को प्रशस्ति पत्र देंगे. इन समूहों के सदस्य पीएम के साथ अपने अनुभव भी बांटेंगे.