सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के डाॅ. अजय कुमार मौर्य को मिला भगवान् बुद्ध फेलोशिप राष्ट्रीय सम्मान 2021
वाराणसी। भारतीय दलित साहित्य अकादमी, दिल्ली द्वारा दलितोत्थान के क्षेत्र में साहित्यिक व सामाजिक योगदान हेतु प्रत्येक वर्ष "भगवान् बुद्ध फेलोशिप राष्ट्रीय सम्मान" प्रदान किया जाता है। वर्ष 2021 का यह सम्मान सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के तुलनात्मक धर्म दर्शन विभाग के डाॅ. अजय कुमार मौर्य को दिया गया। डाॅ. मौर्य को यह सम्मान आज दिनांक 4 जनवरी, 2022 को अकादमी के आयोजन सचिव डाॅ. पिताम्बर दास द्वारा यह सम्मान दिया गया। इसके पहले भी आपको सन् 2013 में राज्यपाल पुरस्कार, 2014 में बौद्धरत्न पुरस्कार और 2020 में बेस्ट अचिवर अवार्ड-2020 सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।
बता दें कि डाॅ. मौर्य का जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के चिरईगाॅव विकास खण्ड के अन्तर्गत सीवों गाँव में हुआ था। आपके पिता का नाम कालिका प्रसाद मौर्य एवं माता का नाम सहदेई मौर्या है। आपकी प्रारम्भिक शिक्षा गाँव के प्राथमिक विद्यालय में हुई। जूनियर हाईस्कूल की शिक्षा श्री गांधी इण्टरमीडिएट काॅलेज, गौराकला से 2003 में हुई तथा हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की शिक्षा महाबोधि सोसायटी ऑफ इण्डिया द्वारा स्थापित महाबोधि इण्टर कॉलेज, सारनाथ से सन् 2007 सम्पन्न हुई। उसके बाद आप महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी से ग्रेजुएशन और दर्शनशास्त्र विषय से पोस्ट- ग्रेजुएशन किया। इसके बाद आपने सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के तुलनात्मक धर्म दर्शन विभाग से डाॅ. कुञ्जबिहारी द्विवेदी के निर्देशन में "प्रतीत्यसमुत्पादसिद्धान्तस्य दार्शनिकमनुशीलनम्" विषय पर विद्यावारिधि की उपाधि प्राप्त किया।
आपके द्वारा सन् 2017 में खुद्दकपाठ, 2018 में सिगालोवादसुत्त और 2019 में डाॅ. बी. आर. अम्बेडकर का सामाजिक चिन्तन का सम्पादन किया गया है। आपके दर्जनों शोध-लेख प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में आप 3 दर्जनों से अधिक शोध पत्रों का वाचन कर चुके हैं।
आप पालि सोसायटी ऑफ इण्डिया के संस्थापक सदस्य, इण्डियन सोसायटी फार बुद्धिस्ट स्टडीज के कार्यकारिणी समिति के सदस्य तथा अखिल भारतीय दर्शन परिषद के आजीवन सदस्य भी है। वर्तमान में आप धर्म चक्र विहार अंतर्राष्ट्रीय मूल बौद्ध शिक्षा शोध संस्थान, सारनाथ के बौद्ध दर्शन विभाग में प्रवक्ता के रूप में कार्यरत है। इसके साथ ही साथ आप लेखन और सम्पादन कार्य में व्यस्त है।