काशी में हंसराज रघुवंशी के नए शिव भजन की शूटिंग पूरी! बोले - "लगता है मेरा काशी से कोई नाता जुड़ा है"...
काशी में हंसराज रघुवंशी के नए शिव भजन की शूटिंग पूरी! बोले - "लगता है मेरा काशी से कोई नाता जुड़ा है"
मशहूर शिव भजन गायक हंसराज रघुवंशी इन दिनों काशी दौरे पर हैं। वह अपने अगले शिव भजन " जटा से निकली शिव की सवारी" की शूटिंग काशी में कर रहे हैं। यह गीत नववर्ष 2023 में रिलीज होगा। अपने भजन के आखिरी दिन की शूटिंग उन्होंने मंगलवार देर रात पूरी की। इस दौरान उन्होंने बातचीत में कहा कि "काशी आना बड़े ही सौभाग्य की बात होती है. ऐसा लगता है जैसे मेरा यहां से कोई नाता हो। मैं तो शिव भक्त हूं! लेकिन यहां तो कण-कण में शिव वास करते हैं और मैं जितने दिन यहां रहा इसी अनुभूति को अनुभव किया हूं।"
मशहूर शिव भजन गायक हंसराज रघुवंशी काशी में इन दिनों अपने अगले शिव भजन "जटा से निकली शिव की सवारी" की शूटिंग कर रहे हैं। वह पिछले 4 दिनों से काशी में है। इस दौरान उन्होंने राजेंद्र प्रसाद घाट, नमो घाट, दशाश्वमेध घाट एवं गंगा उस पार विभिन्न लोकेशंस पर अपने गाने की शूटिंग की। उनका यह नया गीत नए साल पर 2023 में रिलीज होगा। मंगलवार देर रात उन्होंने अपने इस भजन की शूटिंग को पूरा किया। इसके बाद उन्होंने अपने पूरी टीम के साथ अपने होटल में डिनर पार्टी किया। इस दौरान उन्होंने अपने टीम और होटल के स्टाफ से बातचीत किया और काशी के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि इस काशी में 4 दिन कब निकल गए पता भी नहीं चला। बहुत ही अद्भुत नगरी है यह शिव की जहां जीवन और मोक्ष दोनों मिल जाते हैं। यहां की पूड़ी कचौड़ी और मलाईयो के स्वाद ने मेरा दिल जीत लिया। बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन करके आत्मा तृप्त हो गई। अब तो मुझे ऐसा लगता है जैसे काशी से मेरा कोई नाता जुड़ गया हो। आने वाले समय में मैं अपने नए प्रोजेक्ट्स को यहीं पर शूट करना चाहूंगा।
पुरे बनारसी रंग में नजर आए, नशे पर कही ये बात
अपने 4 दिन के दौरे पर हंसराज रघुवंशी पूरे बनारसी रंग में नजर आए। होटल सूत्रों के अनुसार उन्होंने होटल के स्टाफ से भी बनारसी लहजे में बात करना सीखा एवं बनारसी व्यंजनों को भी उन्होंने इन 4 दिनों में चखा। वही अपनी टीम के साथ उन्होंने अंतिम दिन घाट का भ्रमण किया। तो वहीं शूटिंग के दौरान गंगा उस पार रेत पर अपने जीवन के सबसे सुखद पल बिताए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने बीते 4 दिनों में एक चीज नोटिस किया की घाट किनारे लोग नशे का सेवन करते हैं जोकि काशी के बारे में एक अलग नकारात्मक तस्वीर पेश करता है यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है काशी में देश-विदेश से लोग आते हैं। ऐसे में लोगों को घाट किनारे नशा करता देख बड़ा बुरा लगता है। शासन प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।