काशी की देव दीपावली इस बार 10 लाख दीपों की आभा से जगमग होगी। इसे देखने के लिए दुनियाभर से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इस बार इसे और भव्यता देने को तैयारी है। मुख्यमंत्री के दिशानिर्देश पर इस साल भी काशी में भव्य देव दीपावली के आयोजन को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पर्यटन विभाग के अनुसार, इस साल देव दीपावली पर काशी के घाटों को 10 लाख दीपों से रौशन करने की योजना है। ब्रांड बनारस और काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारित होने के बाद वाराणसी में पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या दर्ज की जा रही है। विभाग अब देव दीपावली में भी बड़ी संख्या में पर्यटकों के काशी आने की उम्मीद जता रहा है।
सावन में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों के काशी आने के बाद अब देव-दीपावली को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। वाराणसी व मिर्जापुर मंडल की पर्यटन उप निदेशक प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि देव दीपावली सात नवंबर को मनाई जाएगी। देवोत्थान एकादशी के चार दिन बाद मनाई जाने वाली देव दीपावली पर इस बार वाराणसी के अर्धचंद्राकार घाटों पट दस लाख दीये जलाए जाने की योजना है, जिसमें आठ लाख दीपक अर्धचंद्राकार घाटों पर जलेंगे और दो लाख दीये घाट के उस पार जलाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि घाट के उस पार रेत पर जलने वाले दीये पक्के घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं को नहीं दिखते, इसलिए उस पार फ्लोटिंग प्लेटफार्म या पांटून का इस्तेमाल कर दीपक जलाये जा सकते हैं। इसके अलावा श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगाद्वार से लेजर शो के प्रोजेक्शन की तैयारी है। दीपों के अलावा घाटों पर फ्लड लाइट भी लगाई जाएगी। घाटों और शहर के विद्युत खंभों पर स्पाइरल लाइट लगाई जाएंगी। उप निदेशक पर्यटन ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद इस वर्ष पहली बार पड़ने वाली देव दीपावली में बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है,
जिससे टूरिज्म इंडस्ट्री को नई उड़ान मिलेगी। अपनी अलौकिक भव्यता के चलते पूरी दुनिया में रोशन हो चुकी देव दीपावली पर सावन की तरह रिकॉर्ड पर्यटकों के आने की संभावना को देखते हुए प्रशासन सभी तरह की व्यवस्थाओं की तैयारी में जुट गया है।