प्रेमिका की हत्या कर झाड़ियों फेका शव, ऐसे पकड़ में आया आरोपी प्रेमी, इसी मामले में चौकी प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मी निलंबित
वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के तहत हाइवे स्थित एक गांव की रहने वाली छात्रा की गला दबाकर हत्या उसके प्रेमी ने की थी। शिवपुर अष्टभुजा कॉलोनी निवासी प्रेमी गोपी को शक था कि छात्रा का प्रेम प्रसंग किसी अन्य युवक से है। इसी से खफा गोपी ने मिलने के बहाने छात्रा को बुलाया और दुपट्टे से गला कसकर हत्या कर दी।
लंका थाने के एक गांव की रहने वाली छात्रा बृहस्पतिवार सुबह घर से साइकिल लेकर अखरी स्थित महाविद्यालय में पढ़ने गई थी। दोपहर बाद नहीं लौटी और मोबाइल बंद होने पर परिजन रमना पुलिस चौकी पर गए तो चौकी इंचार्ज अजय प्रताप सिंह ने लंका थाने भेज दिया। थाने पर दिवस अधिकारी उप निरीक्षक राजेश कुमार ने भी परिजनों की गुहार को अनसुना कर दिया।शुक्रवार शाम फिर से परिजन पहुंचे तो पुलिस ने वही रवैया अपनाया। लेकिन शुक्रवार शाम रोहनिया थाना अंतर्गत माधोपुर स्थित खेत की झाड़ियों में छात्रा का अर्धनग्न अवस्था में शव पुलिस ने बरामद किया।
डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने मामले का संज्ञान लेते हुए एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह से जांच कराकर कार्रवाई की। बता दें कि जिस छात्रा की तलाश की गुहार लेकर परिजन पहले रमना चौकी फिर लंका थाने गये थे। बाद में उसी छात्रा की लाश रोहनिया के माधोपुर में फेंकी मिली थी। इस मामले में डीसीपी काशी जोन ने रमना चौकी प्रभारी अजय प्रताप सिंह, लंका थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक राजेश कुमार गिरि, सिपाही प्रिंस कुमार गौतम और दीपक कुमार को निलंबित दिया है।
पुलिस की तफ्तीश में गोपी और छात्रा के मोबाइल की लोकेशन घटनास्थल पर मिली। कॉलेज से निकलते समय आखिरी फोन छात्रा को गोपी ने किया था। एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने कहा कि फरार गोपी की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही है। इसके पूर्व भी गोपी पाक्सो एक्ट में जेल जा चुका है। दुष्कर्म व अन्य तथ्यों के संबंध में भी पता लगाया जा रहा है।
छात्रा की हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी रोहनिया थाने और क्राइम ब्रांच की टीम ने महाविद्यालय के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो दोपहर 1.38 बजे के बाद कॉलेज से छात्रा से निकलती हुई दिखी। इसके बाद लापता हो गई।
सर्विंलांस टीम ने छात्रा की मोबाइल को ट्रेस किया तो एक ही नंबर पर छात्रा ने कई बार बातचीत की। वहीं कॉलेज से निकलने से आधे घंटे पूर्व भी उसी नंबर पर बातचीत हुई थी। पुलिस ने नंबर को ट्रेस किया तो घटनास्थल माधोपुर में दोनों की लोकेशन मिली। पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि गोपी व छात्रा पिछले तीन साल से एक दूसरे को काफी अच्छे से जानते थे।
परिजनों की मनाही के बाद भी गोपी चोरी छिपे छात्रा से मिलता था। कुछ माह पूर्व परिजनों की कड़ाई के चलते छात्रा ने गोपी से मिलना जुलना बंद कर दिया। इससे गोपी को शक हुआ कि छात्रा का अफेयर किसी अन्य युवक से चल रहा है। इसी से खार खाए गोपी ने छात्रा को मुलाकात के बहाने शूलटंकेश्वर मंदिर बुलाया और फिर माधोपुर की झाड़ियों में ले जाकर हत्या कर दी।
चार इंच छोड़ पूरा दुपट्टा मुंह में ठूंस दिया था हत्यारों ने
बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा की हत्या बेहद निर्मम तरीके से की गई। पहले दुपट्टे से गला कसकर हत्या की गई। शनिवार को पोस्टमार्टम किया गया। हालांकि रिपोर्ट अभी नहीं आई है लेकिन सूत्र बताते हैं कि पोस्टमार्टम के दौरान छात्रा के मुंह में ठूंसा कपड़ा निकाला गया। कपड़ा छात्रा का दुपट्टा था। महज चार इंच छोड़कर बाकी का पूरा हिस्सा उसके मुंह में ठूंस दिया गया था। पोस्टमार्टम के दौरान इस तरह का पहला केस देख चिकित्सक भी हैरान थे।
उधर, पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे छात्रा के पिता और भाई ने लंका पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। छात्रा के भाई का आरोप है कि आठ माह पहले गांव के कुछ युवकों ने स्कूल जाते समय बहन के साथ छेड़खानी की थी। इस मामले रमना पुलिस चौकी पर गया था। वहां पुलिस कर्मियों ने सुलह करवा दिया था।