जानें क्या है मामला, वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने नौ जिलों के पुलिस प्रमुख को भेजा पत्र
वाराणसी के नीट सॉल्वर गैंग मामले में 16 अभ्यर्थियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वाराणसी पुलिस कमिश्नर सतीश ए गणेश ने बुधवार को सारनाथ के एडीसीपी, एसीपी और एसएचओ के साथ बैठक पर केस के मामले में समीक्षा की। और इस बाबत नौ पुलिस अधिकारियों को पत्र भेजा है।
इस बाबत सीपी लखनऊ, एसपी सोनभद्र एसएसपी झांसी, एसएसपी पटना, एसएसपी मधेपुरा, एसएसपी भोजपुर, एसएसपी धलई त्रिपुरा, एसएसपी साउथ त्रिपुरा को वाराणसी पुलिस की ओर से फर्जीवाड़ा में शामिल कैंडिडेट की जानकारी भेजी गई है। वहीं वाराणसीके कैंडिडेट को पुलिस द्वारा ही तामील कराया जाएगा। इस बाबत पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कुल 16 अभ्यर्थियों के नाम प्रारंभिक जांच में सामने आए हैं।
उन्होंने सभी अभर्थियों को अपना पक्ष रखने के लिए पत्र भेजा है। जिसकी अंतिम तारीख 15 नवंबर है। ये सभी अभ्यर्थी सॉल्वर गैंग के संपर्क में आए थे, जिन्होंने अपने स्थान पर फर्जी अभ्यर्थियों को बैठाकर परीक्षा दिलाने की साठगांठ की थी। वाराणसी पुलिस ने करीब दो महीने पहले नीट परीक्षा के दौरान खुलासा किया था। तभी से पुलिस इस गैंग पर कार्रवाई कर रही है।
वाराणसी पुलिस कमिश्नर इन अभ्यर्थियों के जिलों के कमिश्नर और एसएसपी को पत्र भेजा है। अभ्यर्थियों को इस केस के विवेचक ने पहले ही सभी सफीना (नोटिस) भेज दिया है। अगर कोई अभ्यर्थी जवाब नहीं देगा तो तब न्यायालय के माध्यम से अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस सभी अभ्यर्थियों फिंगर प्रिंट भी लेगी, जिन्हें परीक्षण के लिए स्टेट एफपीबी लखनऊ भेजा जाएगा। कोर्ट ने सॉल्वर गैंग के सरगना पीके के खिलाफ एबीडब्ल्यू (गैर जमानती वारंट) भी जारी किया है। वह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
अभ्यर्थी 16 जिलों के रहने वाले हैं। जिनमें लखनऊ का एक, सोनभद्र का एक, झांसी का एक, भोजपुर का एक, मधेपुरा का एक, पटना के दो, ढलाई त्रिपुरा का एक, नॉर्थ त्रिपुरा के तीन और साउथ त्रिपुरा के चार रहने वाले हैं। इन्ही जिलों के पुलिस चीफ्स को कमिश्नर ने पत्र भेजा है।