वाराणसी के काशी स्टेशन को मिलेगी नई पहचान! रेल मंत्री बोले - काशी और भव्य दिखेगी
वाराणसी के काशी स्टेशन को मिलेगी नई पहचान! रेल मंत्री बोले - काशी और भव्य दिखेगी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वाराणसी के दौरे पर हैं। आज सुबह उन्होंने काशी रेलवे स्टेशन और राजघाट स्थित मालवीय पुल का निरीक्षण किया। अंग्रेजों के जमाने में बना 135 साल बने पुल की जगह अब आवाजाही के लिए वाराणसी में अब गंगा पर नया पुल बनाया जाएगा। रेल मंत्री ने बताया कि यह पुल रेलवे की चार लाइन और उसके ऊपर हाईवे की सिक्स लेन वाला होगा। उसी के लिए आज निरीक्षण किया गया है। देखा और समझा गया है कि पुराने पुल के समक्ष नए पुल की साइट, एलाइनमेंट और डिजाइन कैसा होगा। यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है और इसको पूरा होने में थोड़ा समय लगेगा।
काशी स्टेशन का रि-डेवलपमेंट ढाई से तीन साल में
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि काशी रेलवे स्टेशन पुराने समय से महत्वपूर्ण स्टेशन है। इसका रि-डेवलेपमेंट आर्थिक गतिविधियों के उद्देश्य से 350 करोड़ रुपए से किया जाएगा। इस स्टेशन का पुनर्विकास काशी की धार्मिक संस्कृति को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। काशी रेलवे स्टेशन जल, थल और नभ मार्ग से कनेक्ट होगा। काशी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का डिजाइन जल्द ही फाइनल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अप्रूवल लिया जाएगा। काशी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य में अधिकतम ढाई से तीन साल लगेंगे। इसमें एक महत्वपूर्ण बात यह रहेगी कि इनलैंड वाटर वे की जेटी भी काशी स्टेशन के साथ जुड़ती हुई बनेगी। उससे यहां का कंप्लीट इंटर मॉडल डेवलपमेंट होगा।
रोजाना 12 किमी पटरी बिछाई जा रही
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते आठ वर्ष में रेलवे में अभूतपूर्व सुधार लाया है। उन्हीं की प्रेरणा से देश में प्रत्येक दिन रेलवे 12 किलोमीटर नई पटरी बिछा रहा है। बनारस की बुलेट ट्रेन के सर्वे के लिए काम लगातार चल रहा है। देश के पहले बुलेट प्रोजेक्ट अहमदाबाद से मुंबई से हमें बहुत कुछ नया सीखने को मिल रहा है। उस प्रोजेक्ट से मिली सीख से हमें देश के अन्य हिस्सों में भी काम करने में सहूलियत मिलेगी।