इन पाँच घटनाओं के बाद पता चला, खुशियाँ पैसो से नहीं मिलती अपनों से मिलती है!
हाल ही की,पांच बुरी ख़बरें देखकर, आज की परिस्थितीयो मे, सभी ढलती उम्र के व्यक्तियों को अपने जीवन पर विचार करना ही चाहिये।
वो पाँच घटना
{1} 12000 करोड़ की रेमण्ड कम्पनी का मालिक, आज बेटे की बेरुखी के कारण किराये के घर में रह रहा है।
{2} एक अरबपति महिला, मुम्बई के पॉश इलाके के अपने करोड़ो के फ्लैट में, पूरी तरह गल कर कंकाल बन गयी! विदेश में बहुत बड़ी नौकरी करने वाले, करोड़पति बेटे को पता ही नहीं? माँ कब मर गयी।
(3) राकेश झुनझुनवाला, 43 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति छोड़कर,असमय चला गया क्योंकि 24 घण्टे में 20 घण्टे कुर्सी पर बैठ कर काम करता था।
(4) सायरस मिस्त्री,90 हज़ार करोड़ की संपत्ति छोड़ गया। हवा में उड़ता था, कार एक्सीडेंट में गुज़र गया।
{5} सपने सच कर आई. ए. एस. का पद पाये, बक्सर के क्लेक्टर ने तनाव के कारण आत्महत्या की।
ये पांच घटनायें बताती हैं, जीवन में पद पैसा प्रतिष्ठा, ये सब कुछ काम का नहीं। यदि आपके जीवन में खुशी संतुष्टी और अपने नहीं हैं तो कुछ भी मायने नहीं रखता।
वरना एक क्लेक्टर को क्या जरुरत थी ? जो उसे आत्महत्या करना पड़ी। खुशियाँ, पैसो से नहीं मिलती अपनों से मिलती है।
क्योकि ? सीता जी, जब श्री राम के पास थी, तो उसे सोने का हिरण चाहिए था, मगर वही सीता जी, जब सोने की लंका मे गयी तो, उन्हे श्री राम ही चाहिए थे।
इसलिए पैसा तो होता है, पर, जीवन में, सब कुछ नही होता। पैसा बहुत कुछ है, लेकिन सब कुछ नही है। जीवन आनन्द के लिए है, चाहे जो हो, बस मुस्कुराते रहो...?_
यदि आप चिंतित हो, तो खुद को थोड़ा आराम दो ल हो सके तो ज़रूरत मंदो की सहायता करो।