प्रेम में खोयी हुई प्रेमिका ♥️
पुरुष द्वारा दी गई कटुता पर भी वे टूटती नहीं है , प्रेम को पिरो लेने का अंत तक प्रयास करती है
प्रेम में खोयी हुई प्रेमिका ♥️
जब मांगती है जवाब अपनी पीड़ा का
करती जाहिर अपनी नाराजगी को ,
डबडबायी आंखों से जब ढूंढती है
प्रेमी के नेत्रों में स्वयं के लिए प्रेम
और मांगती है अपने प्रश्नों का उत्तर
व पुरुष की कठोरता का कारण ,
तो उसके बदले में उनकी समस्त
पीड़ाओं और प्रश्नों के
प्रत्युत्तर में पुरुष द्वारा
उन्हें दिया जाता है केवल मौन।
पुरुष द्वारा दी गई कटुता पर भी
वे टूटती नहीं है , प्रेम को पिरो लेने
का अंत तक प्रयास करती है ।
समस्त प्रयासों के बावजूद भी
प्रेमिका रख लेती है सब्र,
प्रेमी को मनाने की
करती है हर संभव कोशिश
इस सबके बाबजूद
जब पुरुष का ह्रदय नहीं पिघलता
तो वे धीरे धीरे करने लगती हैं
पुरुष के मौन से भी प्रेम ,
और इस कदर करती है कि
वे भी रहने लगती है मौन ।
कुछ समय पश्चात जब पुरुष को
खटकने लगता स्त्री का मौन तो
और उन पुरुषों को लगने लगता है
जीवन में कुछ अधूरा सा ,
तब चारों ओर का सन्नाटा
कचोड़ने लगता है उनका हृदय
वे जलने लगते है पश्चाताप की अग्नि में
परन्तु स्त्री इतनी महान होती है कि
वे मौन को ही प्रेम के रूप में
स्वीकार कर चुकी होती है
और बढ़ चुकी होती हैं बिना पुरुष के
प्रेम में अकेले ही आगे की ओर।🖤
- अज्ञात