राहुल गांधी के साथ धक्का - मुक्की को लेकर हर कोई अपने नजरिए से देख रहा है।
ऐसे भी देख सकते हैं।
1. प्रधानमंत्री बनना होता तो 2004 में बन गए होते।
2. सुषमा स्वराज को बाल नहीं मुंड़वाना पड़ता, जनादेश तो था ही।
3. इतनी अक्ल तो मनमोहन सिंह ने ही दी होगी।
4. गंदी राजनीति में टिके रहना साधारण नहीं है।
5. आप लालच कह सकते हैं। पर सिपाही की बदतमीजी झेलना ...
6. राजकुमार किसी को नहीं लगाता महल से नहीं निकलता।
7. न निकले तो रोना, निकले तो भी रोना। कई उदाहरण मिल जाएंगे।
8. उसे चाय वाले की तरह जल्दी नहीं है। इसलिए शायद आराम से हो।
9. आप मान सकते हैं कि उसे कुर्सी का शौक नहीं है। न चाहें तो मत मानिए।
10. विपक्ष के सत्ता में रहने से देश को क्या मिला? धारा 370 हो या मंदिर।