गुजरात में भाजपा क्यों जीती, हिमाचल में क्यों हारी भाजपा, क्यों जीती केजरीवाल एंड कंपनी दिल्ली में?

Update: 2022-12-09 17:37 GMT

क्यों जीती केजरीवाल एंड कंपनी दिल्ली में?

दिल्ली में रहने वाले बिहार, उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों के दैनिक रोज कमाने और रोज खाने वाले लोगों के लिए मुफ्त बिजली- पानी और बच्चों को ठीक से शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं एक बड़ा मुद्दा था, जिसका लाभ केजरीवाल को मिला। संपन्न वर्ग इसे भले ही रेवड़ी कहे, लेकिन जहां नेता,व्यापारी और अफसर मेहनतकश लोगों की कमाई पर आनंद लेते हों,वहां गरीब आदमी मुफ्त बिजली, पानी और शिक्षा स्वास्थ्य सेवाओं की अपेक्षा करें तो क्या गलत है?

हालांकि केजरीवाल के लिए खतरे की घंटी यह है कि उनके मत प्रतिशत में विधानसभा की तुलना में भारी गिरावट आई है तथा उनके भ्रष्ट मंत्रियों मनीष सिसोदिया, गहलोत, सत्येंद्र जैन आदि के क्षेत्र में भाजपा को भारी जीत मिली है।

हिमाचल में क्यों हारी भाजपा?

मेरी नजर में हिमाचल में इंफ्रास्ट्रक्चर में जबरदस्त निवेश के बावजूद भाजपा की हार का मुख्य कारण 'अग्निवीर योजना' रहा।

हिमाचल में जांच स्वरोजगार के साधन सीमित हैं, वहां युवाओं का एक बड़ा वर्ग 'पक्की नौकरी' और पेंशन के लिए सेना की ओर देखता है।

यदि कड़े परिश्रम के बाद कोई युवा 'अग्निवीर' बनता है तो चार साल बाद पूरी जिंदगी वह क्या करेगा ? इस सवाल का जवाब हिमाचल का कोई भी बीजेपी नेता नहीं देता है।

यदि सरकार ने अपनी इस योजना को वापस नहीं लिया तो कई जगह तगड़ी हार होगी।

गुजरात में भाजपा क्यों जीती?

गुजरात संपन्न प्रदेश है इसलिए वहां मुफ्त बिजली पानी देने का वायदा करने वाले केजरीवाल का खोटा सिक्का नहीं चला। गुजरात के युवाओं को 'अग्निवीर' नहीं बनना है इसलिए यह योजना यहां अप्रासंगिक थी।

गुजरात में लोग सरकारी नौकरी के बजाय स्वरोजगार को प्राथमिकता देते हैं इसलिए वे सत्तारूढ़ पार्टी से कुंठित नहीं होते। इस प्रदेश में भाजपा की जीत के पीछे मुख्य कारण ब्रांड नरेंद्र मोदी है लेकिन स्थानीय नेताओं को यह सोचना होगा कि वह इस ब्रांड को खराब ना करें क्योंकि इसी ब्रांड से उनकी रोजी-रोटी चली है और चलेगी।

* वेद माथुर

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