कोविड की 'सुनामी' से जूझ रहा है चीन, लाशों से पटी सड़क का भयानक वीडियो...कब्रिस्तान, अस्पताल सब भरे..VIDEO VIRAL
कोरोनावायरस और उससे होने वाला रोग COVID समूचे चीन में बेतरह फैलता जा रहा है,
CoronaVirus update : कोरोनावायरस और उससे होने वाला रोग COVID समूचे चीन में बेतरह फैलता जा रहा है, और संक्रमण के नए मामले हर शहर और प्रांत में लाखों की तादाद में रोज़ाना सामने आ रहे हैं, जो सरकारी आंकड़ों से कहीं ज़्यादा हैं, और उन्हीं से यह संकेत भी साफ हैं कि कोविड का फैलाव जनवरी में अपने चरम पर होगा.
कोरोना वायरस की नई और अब तक की सबसे खतरनाक लहर से जूझ रहे चीन से जो तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं, वे किसी को भी डराने के लिए काफी हैं। खबरें हैं कि मरीजों और लाशों से अस्पताल और कब्रिस्तान भर चुके हैं। ट्विटर पर शेयर किया गया एक वीडियो भी इस तरह के हालात दिखाता है हालांकि इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं हुई है। चीन से सामने आए इस वीडियो में कब्रिस्तान के बाहर शवों की लंबी कतार देखी जा सकती है। प्लास्टिक कवर में बंद ये शव सड़क के एक तरफ रखे हुए हैं। यह दिखाता है कि 2019 में वुहान से पहले मरीज की सूचना देने के बाद से चीन अब तक की सबसे खतरनाक कोविड लहर का सामना कर रहा है।
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में परिजनों को अपने करीबियों के शवों के साथ कब्रिस्तान के बाहर कतार में खड़े देखा जा सकता है। दिसंबर की शुरुआत से ही चीन में हालात खराब हैं। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर के अनुसार, चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन से कथित रूप से लीक हुए एक दस्तावेज के मुताबिक देश भर में करीब 24 करोड़ 80 लाख लोग, कुल आबादी का करीब 17.56 प्रतिशत, 1 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं।
सास को आंखों के सामने तड़पता देख रही बहू
शवों को दफनाने के लिए कब्रिस्तान में जगह नहीं है और मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड नहीं हैं। अपने करीबियों को इलाज के अभाव में तड़पता देख लोग हताश हो रहे हैं। चीन की राजधानी बीजिंग से करीब 70 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम स्थित औद्योगिक हेबेई प्रांत के काउंटी अस्पताल में याओ रुआन नामक महिला की सास कोविड से संक्रमित हैं। उन्हें तत्काल इलाज की जरूरत है लेकिन आसपास के सभी अस्पताल मरीजों से भरे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रुआन अपने फोन पर किसी से बात करते हुए लगभग चिल्लाते हुए कहती सुनाई देती हैं, 'वे कह रहे हैं कि बिस्तर खाली नहीं है।'
चीन के बड़े शहरों से दूर, कोरोनावायरस अब छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों की ओर भी बढ़ रहा है. चीनी बिज़नेस न्यूज़ पोर्टल 'काइजिंग' की सप्ताहांत में प्रकाशित एक ख़बर के मुताबिक, कम संसाधनों वाले क्षेत्रीय अस्पतालों में रोग से निपटने का अनुभव भी बहुत कम है, और वे पहले से ही बुखार उतारने वाली दवाओं और अन्य बुनियादी उपचारों के लिए सीमित आपूर्ति की समस्या से जूझ रहे हैं.
पूर्वी प्रांत जियांगशी में भी जनवरी की शुरुआत में ही कोविड संक्रमणों के चरम पर पहुंचने की आशंका बताई जा रही है, और इसी समय का अनुमान दक्षिणी महानगर गुआंगझोऊ में कोरोना के चरम पर पहुंचने के लिए लगाया जा रहा है. सरकारी न्यूज़ एजेंसी 'चाइना न्यूज़ सर्विस' ने स्थानीय अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि पास के अनहुई प्रांत में इसका प्रकोप उम्मीद से पहले शुरू हो गया है और संभवत: इस समय चरम पर है.
चीन का शीर्ष मेडिकल स्कूल पेकिंग यूनियन मेडिकल कॉलेज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'वीचैट' (WeChat) पर लोगों को कोविड के अनुभव पर सर्वेक्षण करने के लिए प्रश्नावली भेज रहा है. स्वास्थ्य नियामक के विश्वसनीय संस्थान का कहना है कि वह कोविड के फैलाव के पैमाने का पता लगाने की कोशिश कर रहा है. स्कूल के मुताबिक, 21 दिसंबर तक सर्वेक्षण के पहले दौर में लगभग 4,70,000 ने प्रश्नावली का जवाब दिया है. स्कूल ने यह भी कहा कि यह विश्लेषण सरकार की जवाबी कार्रवाई के लिए महत्वपूर्ण संदर्भ साबित होगा.