क्यूबा ने अमेरिका को चेताया, किसी हरकत से अमेरिका कुछ नहीं बिगाड़ सकता
अमेरिका और क्यूबा की तनातनी कोई नयी नहीं है। क्यूबा अमेरिका पर क्यूबा के खिलाफ नये नये हथकंडे अपनाने का इलजाम लगाता रहता है।
अमेरिका और क्यूबा की तनातनी कोई नयी नहीं है। क्यूबा अमेरिका पर क्यूबा के खिलाफ नये नये हथकंडे अपनाने का इलजाम लगाता रहता है। क्यूबा के राष्ट्रपति का कहना है कि देश की आर्थिक व्यवस्था को ध्वस्त करने की अमरीकी चाल पूरी तरह से विफल हो गई। मिगूल डाइज़ कानेल के अनुसार अमरीकी की सरकार ने अपनी नई चाल के अन्तर्गत क्यूबा के आर्थिक सिस्टम को नष्ट करने के प्रयास किया था जो कामयाब नहीं हो पाया। क्यूबा के राष्ट्रपति का कहना है कि सोशल मीडिया के माध्यम से अमरीकियों ने देश में आर्थिक संकट के दौरान एक सामाजिक विस्फोट करने का भरसक प्रयास किया जो विफल रहा। उन्होंने कहा कि कैरेबियन राष्ट्रों के विरुद्ध वाशिग्टन, आर्थिक दबाव को एक हथकण्डे के रूप में प्रयोग कर रहा है। उनका यह भी कहना है कि क्यूबा को आतंकवाद का समर्थक सिद्ध करने के लिए अमरीकी विदेश मंत्रालय के पास कोई तर्क नहीं है।एसे में वे अपने दावे को सिद्ध करने के लिए निराधार आरोपों को गढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन निराधार दावों के दुष्परिणाम सामने आएंगे। क्यूबा के राष्ट्रपति कहते हैं कि देश के प्रतिरोध ने दिखा दिया है कि अमरीका आर्थिक कार्यवाहियों को विश्व के स्वतंत्र देशों के विरुद्ध हथकण्डे के रूप में प्रयोग कर रहा है लेकिन वह इसमे सफल नहीं हो पाएगा। उनका कहना था कि हमको प्रतिबंधों को अवसरों में बदलने की कोशिश करनी चाहिए। ज्ञात रहे कि फरवरी 1962 को पहली बार अमरीका ने क्यूबा के विरुद्ध प्रतिबंध लगाए थे। क्यूबा के विरुद्ध लगे यह प्रतिबंध अब भी दशकों से जारी हैं। जाॅन एफ कनैडी के कार्यकाल से आरंभ होने वाले इन प्रतिबंधों में बाइडेन के काल में अधिक दबाव की नीति अपनाई गई। जो बाइडेन भी अपने सत्ताकाल में उसी पुरानी लकीर को पीट रहे हैं। बाइडेन प्रशासन ने क्यूबा के 28 अधिकारियों पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की है।