चीन के बाजारों में फिर कुत्ते, बिल्ली, चमगादड़ और खरगोश का मांस बिकना शुरू, संक्रमण के लिए इटली को बताया दोषी
हालांकि, दावा ये है कि 8 अप्रैल को वुहान भी तमाम प्रतिबंधों और लॉकडाउन से बाहर आ जाएगा।
बीजिंग. कोरोनावायरस चीन के वुहान से शुरू हुआ। फिर दुनिया को चपेट में ले लिया। 34 हजार से ज्यादा लोग मारे गए। चीन का दावा है कि उसने हालात पर काबू पा लिया है। शायद यही वजह है कि यहां फिर जीव-जानवरों के बाजार खुल गए हैं। कुत्ते, बिल्ली, चमगादड़ और बिच्छू खुले आम बिक रहे हैं।
खून और गंदगी से पटे पत्थरों पर मरे हुए खरगोश और बतख दिखती हैं। इनकी खाल उतार दी गई है। इन बाजारों को देखकर लगता है कि चीन ने कोरोनावायरस महामारी से कोई सबक नहीं सीखा है। अब भी स्वच्छता के लिए कोई मानक तय नहीं किए गए हैं।
फोटो लेने पर रोक
रविवार से गुइलिन प्रांत का बाजार खुल गया। भीड़ भी पहले जैसी ही है। लोगों को यकीन है कि कोरोना संक्रमण खत्म हो गया है और अब चिंता की कोई बात नहीं है। स्थानीय लोग इसे विदेशियों की समस्या मानते हैं। गुइलिन के डोंग्गूआन में मीट मार्केट पहले जैसा ही हो गया है। सिर्फ एक चीज बदली है। यहां गार्ड तैनात हैं जो तस्वीरें नहीं लेने देते।
लोगों को बताया- कोरोना तो इटली से आया
कोरोनावायरस का पहला मामला वुहान के एक बाजार से सामने आया था। कई हफ्तों तक अधिकारियों ने इसे दबाकर रखा। जब 33 साल के डॉ. लि वेनलियांग ने वायरस के बारे में दुनिया को जानकारी दी तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पिछले हफ्ते संक्रमण से उनकी मौत भी हो गई। अब चीन सरकार यह साबित करने में जुटी है कि संक्रमण चीन से नहीं फैला।
चीन के सोशल मीडिया प्लेटफार्म वीबो पर दावा किया जा रहा है कि कोरोनावायरस पहली बार नवंबर में इटली में सामने आया था। इसके पहले, चीन के एक आर्मी अफसर ने अमेरिकी सेना पर आरोप लगाया था कि वो इस वायरस को चीन लेकर आई। चीन में अब सिर्फ वुहान ही ऐसा शहर है जहां, लॉकडाउन पूरी तरह से नहीं हटाया गया है। हालांकि, दावा ये है कि 8 अप्रैल को वुहान भी तमाम प्रतिबंधों और लॉकडाउन से बाहर आ जाएगा।