दिशा रवि के समर्थन में आईं ग्रेटा थनबर्ग, कहा- शांतिपूर्ण प्रदर्शन मानवाधिकार और लोकतंत्र का हिस्सा
टूलकिट ट्वीट करके घिरीं क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने शुक्रवार को दिशा रवि का समर्थन किया
किसान आंदोलन के समर्थन में टूलकिट ट्वीट करके घिरीं क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने शुक्रवार को दिशा रवि का समर्थन किया। उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण प्रदर्शन सभी का मानवाधिकार है। यह किसी भी लोकतंत्र का मूल हिस्सा होना चाहिए। इसके साथ ही, ग्रेटा थनबर्ग ने स्टैंड विद दिशा रवि का हैशटैग भी लगाया।
दिशा के समर्थन में ग्रेटा थनबर्ग ने 'फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया' के उस ट्वीट को कोट करते हुए ट्वीट किया, जिसमें लिखा था कि फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया क्लाइमेट जस्टिस के लिए वैश्विक आंदोलन का एक हिस्सा है। हम छात्रों के एक समूह से मिलकर बने हैं, जो केवल एक आशा की किरण के साथ, एक ऐसा भविष्य बनाने की दिशा में प्रयास करते हैं, जो जीवन जीने लायक हो।
मालूम हो कि किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करते हुए पिछले दिनों क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने ट्विटर पर एक टूलकिट साझा की थी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए बेंगलुरु से एक अन्य क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया था। दिशा पर टूलकिट को एडिट करने समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं।
फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया ने यह ट्वीट शुक्रवार शाम को किया था। इसके अलावा भी कई ट्वीट्स किए गए। एक ट्वीट में कहा गया, ''हम विभिन्न पृष्ठभूमि से आते हैं। सभी का एकमात्र उद्देश्य जलवायु संकट के बारे में बातचीत शुरू करना है। क्लाइमेट जस्टिस के महत्व पर जोर देना और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और समृद्ध ग्रह बनाना है।'' एक और ट्वीट में कहा गया कि दिशा इस आंदोलन का अभिन्न अंग रही है। न केवल वह भारत में पर्यावरण संबंधी चिंताओं को उठा रही है, बल्कि वैश्विक जलवायु आंदोलन मुद्दे पर देश के सबसे अधिक प्रभावित और हाशिए पर खड़े समूहों की समानता और प्रतिनिधित्व के लिए प्रयास कर रही है।
इससे पहले, टूलकिट मामले में सुनवाई करते हुए दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को दिशा रवि को तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दिल्ली पुलिस ने पांच दिन की हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद रवि को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट आकाश जैन के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेजा गया। पुलिस ने कहा कि फिलहाल रवि की हिरासत की आवश्यकता नहीं है और इस मामले में सह-आरोपी शांतनु मुकुल और निकिता जैकब के जांच में शामिल होने के बाद रवि से आगे की पूछताछ की जरूरत हो सकती है।
पुलिस ने कहा कि हिरासत में पूछताछ के दौरान रवि टालमटोल भरा रवैया अपनाती रहीं और सह-आरोपियों पर दोष मढ़ने का प्रयास किया। पुलिस ने अदालत को बताया कि मुकुल और जैकब को 22 फरवरी को जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि दिशा रवि को 13 फरवरी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद दिल्ली अदालत से दिशा को पुलिस ने पांच दिनों की रिमांड पर लिया था। पुलिस ने अदालत को बताया कि टूलकिट मामला गंभीर मसला है। देश के अलग-अलग हिस्से के लोग इस प्रकरण में जुड़े हैं। ऐसे में जांच भी बहुत गहनता से हो रही है। अभी तीन नाम सामने आए हैं। लेकिन इसके पीछे के लोगों की तफ्तीश जारी है। जल्द ही अन्य तथ्य भी सामने आ सकते हैं। पुलिस तफ्तीश में जुटी है।