US की स्ट्राइक में ISIS कमांडर मारा गया: राष्ट्रपति बाइडेन का दावा- हमने इब्राहिम अल हाशमी का खात्मा किया!

सीरिया में अमेरिकी स्पेशल फोर्स की एयर स्ट्राइक पर राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान आया है।

Update: 2022-02-03 14:11 GMT

सीरिया में अमेरिकी स्पेशल फोर्स की एयर स्ट्राइक पर राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान आया है। बाइडेन के मुताबिक- एयर स्ट्राइक में इस्लामिक स्टेट का कमांडर इब्राहिम अल हाशमी अल कुरैशी मारा गया।

शुरुआत में इस हमले में 13 आम लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई थी। इसके बाद बाइडेन का बयान आया। हालांकि 'न्यूयॉर्क टाइम्स' कुछ अलग ही कहानी बयान कर रहा है। उसने अपनी रिपोर्ट में बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन के एक सीनियर अफसर के हवाले से दावा किया कि इब्राहिम मारा जरूर गया है, लेकिन वो अपने ही बम का शिकार बना और इस दौरान उसके बीवी और बच्चे भी मारे गए।

बाइडेन ने क्या कहा?

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- हमारे सैनिकों की बहादुरी को सलाम। हमने जंग के मैदान में अबू इब्राहिम अल हाशमी को मार गिराया। वो ISIS का लीडर था। ऑपरेशन के बाद सभी अमेरिकी सैनिक हिफाजत से अपने बेस पर लौट आए।

जानकारी के मुताबिक, उत्तरी सीरिया में किए गए इस ऑपरेशन को हेलिकॉप्टर से पहुंचे 24 अमेरिकी कमांडोज ने अंजाम दिया। इस दौरान रीपर ड्रोन्स का भी इस्तेमाल किया गया। ऐसा ही ऑपरेशन 2019 में किया गया था। इसमें ISIS का सरगना अबू बकर अल बगदादी मारा गया था।

वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक, सीरिया में काम करने वाले सिविल डिफेंस ग्रुप व्हाइट हेल्मेट्स ने इस बात की जानकारी दी है कि उन्होंने अब तक 13 शवों को घटनास्थल से निकाला है। इनमें 6 बच्चों और 4 महिलाओं के शव शामिल हैं। इस समूह ने यह भी बताया कि उन्होंने एक छोटी बच्ची के जख्मों का इलाज भी किया, जिसके पूरे परिवार की इस हमले में मौत हो गई।

रात 1 बजे इदलिब प्रांत में उतरे हेलिकॉप्टर्स

उत्तरी इदलिब प्रांत के नागरिकों ने बताया कि उन्होंने रात करीब 1 बजे हेलिकॉप्टर्स की आवाज सुनी और इसके बाद गोलीबारी की आवाजें आनी लगीं। अमेरिकी कमांडोज आधी रात के बाद हेलिकॉप्टर के जरिए सीरिया के अतमेह में उतरे। यह गांव तुर्की की सीमा से लगता है। यहां उन्होंने एक घर को घेरा और हमला कर दिया।

लोगों से घरों को खाली करने को कहा गया

न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स और सीरिया की सोशल मीडिया रिपोर्ट्स की एनालिसिस करने वाले अमेरिकी एनालिस्ट्स ने बताया कि लाउडस्पीकरों पर महिलाओं और बच्चों से घरों को खाली करने को कहा गया। इसके लगभग दो घंटे बाद अमेरिकी कमांडोज ने मिशन लॉन्च कर दिया। सेना ने घर पर ग्रेनेड दागे, जिसके बाद घर में मौजूद आतंकियों की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई। दोनों तरफ से लंबी मुठभेड़ चली।

ऑपरेशन के दौरान एक अमेरिकी हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके चलते उसे मजबूरन लैंड कराया गया। बाद में अमेरिकी अटैक एयरक्राफ्ट ने उसे नष्ट कर दिया। रात में ही अमेरिकी कमांडों और बाकी हेलिकॉप्टर्स वहां से उड़ गए।

पेंटागन ने बताया कि किसी अमेरिकी की जान नहीं गई

बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात को पेंटागन के प्रवक्ता जॉन एफ किर्बी ने एक बयान जारी करते हुए कहा- 'US सेंट्रल कमांड के तहत आने वाली US स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेज ने इस शाम को उत्तर पश्चिमी सीरिया में एक आतंक विरोधी ऑपरेशन को अंजाम दिया। यह मिशन सफल रहा है। इसमें किसी अमेरिकी की जान नहीं गई। ऑपरेशन की अधिक जानकारी मिलते ही जारी की जाएगी।'

सोशल मीडिया के पोस्ट में दिख रही हैं लाशें

हालांकि सोशल मीडिया पर मौजूद पोस्ट कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, वॉशिंगटन स्थित मिडिल ईस्ट इंस्टीट्यूट के सीरिया एंड काउंटरिंग टेररिज्म एंड एक्सट्रिमिज्म प्रोग्राम के डायरेक्टर चार्ल्स लिस्टर ने इन वीडियोज को देखकर बताया कि इनमें दिख रहा है कि अमेरिका की तरफ से निशाना बनाए गए घर के मलबे में से आदमियों, महिलाओं और बच्चों के 9 शव बाहर निकाले जा रहे हैं।

मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि अमेरिकी हमले के कारण घर को नुकसान पहुंचा, जबकि अमेरिकी सेना के सीनियर अधिकारी ने बताया कि घर में एक धमाका हुआ था, जो अमेरिकी गोलाबारी के कारण नहीं हुआ था।

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