काबुल एयरपोर्ट के पास एक घंटे में 2 आत्मघाती हमला, 13 लोगों की मौत और कई घायल
धमाके के बाद एयरपोर्ट पर अफरा-तरफी का माहौल है. एयरपोर्ट से आई तस्वीरों में लोग लहूलुहान होकर भागते हुए दिख रहे हैं.
काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार देर शाम कुछ ही मिनटों के भीतर दो बड़े धमाके हुए हैं. इन आत्मघाती हमलों में 13 लोगों की मौत हो गई है. जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन और रूस के विदेश मंत्रालय ने इन हमलों की पुष्टि भी कर दी है. धमाके के बाद एयरपोर्ट पर अफरा-तरफी का माहौल है. एयरपोर्ट से आई तस्वीरों में लोग लहूलुहान होकर भागते हुए दिख रहे हैं. पहला धमाका एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर हुआ है तो दूसरा धमाका बरून होटल के पास हुआ है. ब्रिटिश डिफेंस सूत्रों ने बताया कि यह दोनों विस्फोट कार बम और आत्मघाती हमलावर के द्वारा किए गए हैं.
टोलो न्यूज के अनुसार, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने भी इस हमले की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि काबुल हवाई अड्डे के पास दो विस्फोटों में 52 लोग घायल हुए हैं. हालांकि विस्फोट में हताहतों का सटीक आंकड़ा नहीं है. जबकि काबुल सर्जिकल सेंटर में 30 से ज्यादा मरीज भर्ती कराए जा चुके हैं. इसपर तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने बताया कि तालिबान को अभी तक इस बारे में जानकारी नहीं है कि काबुल हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले में किसका हाथ है.
पहला धमाका काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर हुआ, जबकि दूसरा धमाका चंद मिनटों के बाद एयरपोर्ट के पास स्थित बैरन होटल के पास हुआ है. इन दोनों धमाकों में कुल 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हैं. अमेरिका ने दावा किया है कि इन धमाकों में उनके भी नागरिकों की मौत हुई है. इसके अलावा, कई बच्चों की भी धमाकों में जान चली गई. वहीं, अफगानिस्तान पर हाल ही में कब्जा जमाने वाले तालिबान ने कहा है कि उसने पहले ही अमेरिकी सैनिकों को धमाके की आशंका जताते हुए आगाह किया था.
इसपर रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा, 'काबुल एयरपोर्ट के बाहर दूसरा विस्फोट हुआ है. दूसरे आत्मघाती हमलों में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए.' इससे पहले काबुल एयरपोर्ट को लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने जो आशंका जताई थी वह सच साबित हुई है.
हमले से पहले तालिबान का बयान
नव नियुक्त 'सूचना मंत्री' सबीहुल्लाह मुजाहिद ने काबुल हवाई अड्डे के बाहर आतंकवादी हमले से कुछ घंटे पहले ही एक इंटरव्यू में दावा किया, 'हम फिर कभी आतंकवादियों को अफगानिस्तान का इस्तेमाल नहीं करने देंगे.'