कोरोना का डर : इस देश ने जेल से रिहा किए गए 85,000 कैदी
अबतक दुनियाभर के 160 से ज्यादा देश कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे हैं।
चीन से चले कोरोना वायरस का दुनियाभर में टूट रहा है। अबतक दुनियाभर के 160 से ज्यादा देश कोरोना वायरस (Covid 19) के संक्रमण से जूझ रहे हैं। इस वायरस की चपेट में आने से दुनियाभर में अबतक 7,165 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 182,260 लोगों से ज्यादा संक्रमित हैं। चीन के बाहर 3,935 मौतें हुई हैं। चीन से बाहर कोरोना वायरस का कहर सबसे ज्यादा इटली और ईरान में देखा जा रहा है। इटली में कोविड 19 के संक्रमण से मरने वाले की तादाद 2,158 हो गई। वहीं इटली में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 27,980 हो गई है।
इरान में भी कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है। इरान में कोरोना वायरस से मरने वालों की तादाद 850 के उपर पहुंच चुकी है, वहीं अब तक तकरीबन 15,000 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। कोरोना वायरस के खौफ का आलम ये हैं कि इरान की सरकार ने अपनी जेलों से 85,000 कैदियों को फिलहाल रिहा कर दिया है।
इससे पहले 10 मार्च को संयुक्त राष्ट्र की ओर से ईरान को कहा गया था कि सभी राजनीतिक बंदियों को फिलहाल छोड़ दिया गया है। ईरान की जेलों में बड़ी संख्या में कैदी बंद थे। जहां कोरोना फैलता तो भारी मुसीबत आ जाती। इसलिए ईरान ने अपनी जेलों से आज यानी 17 मार्च 2020 की अल सुबह अपनी जेलों से हजारों कैदी रिहा कर दिए।
बताया जा रहा है कि ईरान के जिन जेलों में कैदियों (Coronavirus Iran Jail) की संख्या बहुत अधिक है, वहां कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कैदियों को अस्थाई तौर पर रिहा कर यह कदम उठाया है। 'सिक्योरिटी प्रिजनर्स' यानी जिन कैदियों को पांच साल से ज्यादा सजा सुनाई गई है उन्हें रिहा नहीं किया गया है। छोड़े गए कैदियों में बड़ी तादाद में राजनीतिक कैदी भी शामिल हैं।
10 मार्च को ईरान में संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने ईरान सरकार से कहा था कि जेलों में बंद कैदियों को छोड़ दिया जाए। ताकि जेलों में बंद कैदियों में से किसी को कोरोना का संक्रमण न हो। क्योंकि वहां संक्रमण फैला तो आफत आ जाएगी। आपको बता दें कि ईरान दुनिया का तीसरा देश है, जहां सबसे ज्यादा संक्रमित लोग और सबसे ज्यादा मौतें कोरोना वायरस की वजह से हुई हैं। इसके ऊपर इटली और उससे ऊपर चीन है।