भारत की तरफ से पाकिस्तान की हिरासत में पकड़े गए वायुसेना के पायलट को बिना शर्त छोड़ने की मांग के आगे पाकिस्तान को झुकना पड़ा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद को संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए इस बात का ऐलान किया कि वह कल यानि शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा कर देंगे। इमरान ने कहा कि वह शांति के लिए एक दिन पहले पाकिस्तान की तरफ से पकड़े गए भारतीय विंग कमांडर को कल रिहा करने जा रहे हैं।
पाक पीएम ने कहा कि बातचीत खोलने के लिए पहले कदम के तौर पर ऐसा किया जा रहा है। संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने गुरूवार की शाम को भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बात करने की कोशिश की थी। इमरान ने इस बात को लेकर चेताया कि स्थिति काबू से बाहर नहीं होनी चाहिए नहीं तो पाकिस्तान उसका जवाब देगा।इमरान ने कहा- "मैं इस बात से डरा हुआ कि कहीं गलत आकलन न हो जाए। गलत आंकलन के चलते कई देश तबाह हो गए। युद्ध समाधान नहीं है। अगर भारत कोई कार्रवाई करता है तो हम उसका जवाब देंगे।"
पाक पीएम इमरान खान ने कहा कि हमें ख़ौफ़ था चुनाव के मद्देनज़र कुछ ना कुछ होगा जिसे भारत चुनाव के लिए इस्तेमाल करेगा. मैं ये नहीं कहता कि पुलवामा में भारत का हाथ था, लेकिन हमले आधे घंटे के भीतर हमारे ऊपर आरोप लगे. हमें इससे क्या मिलता. हमने भारत को जांच में सहयोग के लिए कहा, हम अपनी ज़मीं पर दहशतगर्दी को इजाज़त नहीं देंगे .मैं पाक मीडिया से कहना चाहता हूं कि यहां मीडिया का बेहतर रुख़ था. हम लोगों ने ख़ुद देखा है कि आतंक से क्या होता है. हम पीड़ित है. मुझे अफ़सोस है कि भारत की मीडिया ने बेहद बचकाना रवैया दिखाया उन्हें नहीं पता युद्ध का नुकसान, हमारी मीडिया ने 70 हज़ार लोगों की मौत आतंक के कारण होते देखी है.
उन्होंने कहा कि आज भारत ने डॉज़ियर भेजा लेकिन दो दिन पहले हमला कर दिया. ये पहले डॉज़ियर दे सकते थे. भारतीय चुनाव को देखते हुए भारत सरकार ये कर रही है. जब भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया तो मुझे सुबह-सुबह पता चला. हमने सेना प्रमुख से बात की. हमें किसी के हताहत नहीं होने की ख़बर मिली. हमने तय किया कि हम कुछ ना करे. अगर कोई हताहत नहीं हुआ और हम किसी को हताहत कर दें तो ये ग़लत होता. हमने एक ज़िम्मेदार देश की तरह ये दिखाया कि हमले पर हम चुप नहीं होंगे.
विंग कमांडर अभिनंदन इस हमले में पायलट पाक के कब्ज़े में है. मैंने मोदी को कल फ़ोन करने की कोशिश की ताकि हम बता सकें. लेकिन वे नहीं चाहते कि बात हो. हमारी सारी कोशिश है कि तनाव कम हो. मैं हिंदुस्तान की आवाम से पूछना चाहता हूं कि क्या इस ज़ुल्म से कश्मीर पाया जा सकता है? पिछले 20 साल में कोई भी कश्मीर के नेता भारत की नीतियों के साथ नहीं रहना चाहते. वो आज़ादी चाहते हैं. आख़िर क्यों कश्मीरी युवा ख़ुद को बम बना लेता है. आख़िर क्यों उनमें मरने का ख़ौफ़ ख़त्म हो गया है. भारत में एक बहस की ज़रूरत है. हर वक़्त पाकिस्तान पर ऊंगली ना उठाए. मोदी को पैग़ाम देना चाहता हूं कि किसी को युद्ध की ओर ना ढकेलें. भारत से कहना चाहता हूं इसे यहीं रोक दें आगे ना ले जाएं वरना पाकिस्तान को मजबूरी में जवाब देना होगा.
पाकिस्तान ने रखी थी शर्त
इससे पहले पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के लिए भारत के सामने बातचीत की शर्त रखी थी। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था, "हम गिरफ्तार भारतीय पायलट को लौटाने के इच्छुक हैं, अगर इससे दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य हों और शांति स्थापित हो। यदि भारत आतंकवाद को लेकर बातचीत का इच्छुक है तो हम भी तैयार हैं। आप राजनीति के लिए क्षेत्रीय स्थिरता को संकट में डालना चाहते हैं। यह राजनीति की जरूरत हो सकती हैं लेकिन इतिहास इसके लिए आपको कभी माफ नहीं करेगा।"
इस पर भारत ने कठोर रवैया अपनाते हुए पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी थी कि वह विंग कमांडर अभिनंदन पर कोई सौदेबाजी करने के बजाय वह उन्हें तुरंत रिहा करे और यदि उन्हें कोई नुकसान पहुंचाया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। विंग कमांडर अभिनंदन भारतीय नागरिक और सुरक्षाकमीर् हैं। पाकिस्तान यदि उनकी रिहाई को लेकर कोई सौदेबाजी करना चाहता है तो यह भारत को मंजूर नहीं है। पाकिस्तान की यह हसरत पूरी नहीं होगी। भारतीय पायलट की रिहाई बिना शर्त तुरंत की जानी चाहिए। भारत ने कहा था विंग कमांडर अभिनंदन के साथ कोई दुर्व्यवहार किया गया तो कार्रवाई की जायेगी।