संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से पीएम मोदी का बिना नाम पाकिस्तान और चीन को कड़ा संदेश, जानिए- संबोधन की बड़ी बातें

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आतंकवाद, अफगानिस्तान, कोरोना वायरस वैक्सीन जैसे कई मुद्दों पर दुनिया को संबोधित किया.

Update: 2021-09-25 16:42 GMT

PM Modi UNGA Address: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान और चीन पर हमला बोला. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आतंकवाद, अफगानिस्तान, कोरोना वायरस वैक्सीन जैसे कई मुद्दों पर दुनिया को संबोधित किया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में सुधार की भी वकालत की. करीब 22 मिनट के संबोधन में पीएम ने विश्व के अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से दुनिया को भारत के विकास की गाथा सुनाई। साथ ही आतंकवाद और विस्तारवाद को लेकर दुनिया के कई देशों का बिना नाम लिए निशाना साधा। उन्होंने चीन, पाकिस्तान पर इशारों-इशारों में हमला बोलते हुए तालिबान और संयुक्त राष्ट्र से सुधारों का जिक्र किया।

पीएम ने साफ शब्दों में कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने अपने भाषण में पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जिक्र पर इमरान खान को भी संदेश दिया। इमरान खान ने यूएन के अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर गलतबयानी की थी। पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुधारों और उसकी घटती भूमिका को लेकर भी कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया।

पीएम मोदी ने आतंकवाद और अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि यह सुनिश्चित करना काफी जरूरी है कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए न हो। उन्होंने यह भी कहा कि इस सोच के साथ, जो देश आतंकवाद का राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद, उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है।

पीएम मोदी ने अपने भाषण में विस्तारवाद को लेकर चीन को बिना नाम लिए खूब सुनाया। उन्होंने कहा कि आज विश्व के सामने रेग्रेसिव थिंकिंग और आतंकवाद का खतरा बढ़ता जा रहा है। इन परिस्थितियों में, पूरे विश्व को साइंस बेस्ड रेशनल और विकासवादी सोच को विकास का आधार बनाना ही होगा। उनके समुद्री सुरक्षा वाली बात को भी चीन से ही जोड़ा जा रहा है। चीन साउथ चाइना सी में बहुत ही आक्रामक तरीके से गतिविधियां बढ़ा रहा है। इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने कोरोना की उत्पत्ति को लेकर भी चीन पर हमला बोला।

पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में सुधारों को लेकर भी कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को खुद को प्रासंगिक बनाए रखना है तो उसे अपने इफेक्टिवनेस को बढ़ाना होगा, विश्वसनीयता को बढ़ाना होगा। यूएन पर आज कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सवालों को हमने पर्यावरण और कोविड के दौरान देखा है। दुनिया के कई हिस्सों में चल रही प्रॉक्सी वॉर, आतंकवाद और अभी अफगानिस्तान के संकट ने इन सवालों को और गहरा कर दिया है।

इमरान खान ने कुछ घंटे पहले यूएन के अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर खूब जहर उगला था। जिसके बाद पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े मंच से दीनदयाल उपाध्याय का जिक्र कर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि एकआत्म मानवदर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की आज जन्मजयंती है। एकात्म मानवदर्शन मतलब इंडिग्रल ह्यूमनिज्म। यानी स्व से समष्टि तक से विकास और विस्तार की यह यात्रा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय आरएसएस के बड़े नेता और संगठनकर्ता थे। वे बीजेपी के पहले के संगठन जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे। 1967 वे जनसंघ के महमंत्री और बाद में अध्यक्ष भी चुने गए।

पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र से तालिबान को भी संख्त संदेश दिया। पीएम ने कहा कि अफगानिस्तान की जनता को, वहां कि महिलाओं को, वहां के बच्चों को, वहां के अल्पसंख्यकों को मदद की जरूरत है। इसमें हमें अपना दायित्व निभाना ही होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित करना काफी जरूरी है कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए न हो। इस समय तालिबान पूरी तरह से पाकिस्तान के इशारों पर चल रहा है। इससे भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है।

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