59 चीनी ऐप्स बैन करने के फैसले को अमेरिका ने बताया सही, विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कही ये बात
अमेरिकी विदेश मंत्री ने इन ऐप्स को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सर्विलांस का अंग बताया और कहा कि यह पहल भारत की अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेगा.
भारत द्वारा 59 चीनी ऐप्स पर लगाए गए प्रतिबंध का अमेरिका ने स्वागत किया है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ ने बुधवार को कहा, 'हम कुछ मोबाइल ऐप्स पर बैन लगाने के भारत के कदम का स्वागत करते हैं.'
माइक पॉम्पिओ ने इन ऐप्स को CCP (चीनी कम्युनिस्ट पार्टी) के सर्विलांस का अंग बताया और कहा कि यह पहल भारत की अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेगा. जैसा भारत की सरकार ने खुद भी कहा है.
#WATCH — India's clean app approach will boost India's sovereignty and boost integrity and national security: US Secretary of State Mike Pompeo on India's decision to ban 59 Chinese apps pic.twitter.com/NKiycBu89A
— ANI (@ANI) July 1, 2020
सरकार ने क्यों लगाया बैन?
मालूम हो कि पिछले दिनों गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इस हिंसक झड़प के बाद से देशभर में इन एप्स पर बैन लगाने की मांग उठ रही थी. साथ ही इंटेलिजेंस एजेंसियों ने भी इन एप्स के जरिए हो रही डेटा चोरी के बारे में बताया था.
एजेंसियों ने ऐसे 52 नाम सरकार को भेजे थे, जिनके जरिए उन्हें जासूसी का शक था. सरकार के मुताबिक उपलब्ध जानकारी के मद्देनजर ये एप्स ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रहों से भरी हैं.
भारत सरकार ने जिन एप्स पर रोक लगाई है उनमें, कई टिक टॉक, शेयर इट, यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज, हेलो और लाइकी जैसे कई पॉपुलर एप्स शामिल हैं.