अतीक अशरफ कांड के बाद केंद्र सरकार चिंतित, पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय तैयार करेगा SOP
प्रयागराज में गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की 3 शूटरों ने मीडियाकर्मी बनकर हत्या पुलिस अभिरक्षा में हत्या कर दी. इस घटना को लेकर केंद्र सरकार ने चिंता जाहिर की है, और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने का फैसला लिया है. गृह मंत्रालय पीएम मोदी के नेतृत्व व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करेगा.
बता दें, प्रयागराज में शनिवार रात अहमद और उनके भाई अशरफ की पत्रकारों के भेष में आए तीन हमलावरों ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान हत्या कर दी. मीडिया से बातचीत के दौरान पत्रकार बनकर आए तीन शूटरों ने दोनों माफिया भाइयों की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब पुलिसकर्मी उन्हें स्वास्थ्य जांच के लिए प्रयागराज मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे. केंद्र सरकार इसी घटना को देखते हुए पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है.
यह पहली बार नहीं है जब गृह मंत्रालय ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सावधानी बरती है. 20 अक्टूबर, 2017 को, मंत्रालय ने सभी राज्यों को "शांतिपूर्ण वातावरण सुनिश्चित करने के लिए कानून को सख्ती से लागू करने की सलाह दी थी. गृह मंत्रालय ने पत्रकारों/मीडियाकर्मियों को अपने पेशेवर खोज के लिए भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग करने की अनुमति दी.