भारत की ब्रिटिश सरकार से अपील, 'भगोड़े विजय माल्या के अनुरोध पर उसे न दें शरण, जल्द करें प्रत्यर्पण'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पण के लिए हम ब्रिटेन के अधिकारियों के संपर्क में हैं.
भारत सरकार ने ब्रिटिश सरकार से कहा कि अगर भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या अनुरोध करे तो उसे शरण देने पर विचार न किया जाए. साथ ही जल्द से जल्द उसका प्रत्यर्पण किया जाए.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया
दरअसल विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव (Anurag Srivastava) ने गुरुवार को एक ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा, "विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पण के लिए हम ब्रिटेन के अधिकारियों के संपर्क में हैं. हमने ब्रिटेन के पक्ष से अनुरोध किया है कि यदि माल्या की तरफ से अनुरोध किया जाए, तो सरकार उन्हें शरण देने पर विचार न करे."
माल्या पर बैंकों का 9000 करोड़ बकाया
मालूम हो कि भगोड़े कारोबारी विजय माल्या पर भारतीय बैंकों का लगभग 9,000 करोड़ रुपये बकाया है और उस पर आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. वहीं पिछले महीने लंदन (London) में उच्च न्यायालय के प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ ब्रिटेन (Britain) के सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने की अनुमति से उसे इनकार कर दिया गया था. माल्या अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार करता रहा और फिलहाल जमानत पर है.
'एक और कानूनी मुद्दा सुलझाना बाकी'
वहीं इससे पहले ब्रिटेन उच्चायोग ने कहा था कि अभी विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले में एक और कानूनी मुद्दा सुलझाना बाकी है, जो गोपनीय है.
हाईकमीशन के प्रवक्ता ने कहा कि प्रत्यर्पण के खिलाफ माल्या की गई अपील खारिज हो गई थी. इसके बाद ब्रिटेन के सर्वोच्च न्यायालय ने भी अपील को स्वीकार करने से इंकार कर दिया था. लेकिन इसके बाद भी एक कानूनी मुद्दा बचा हुआ है, जिसको पूरा होने में अभी वक्त लग सकता है.