Bird Flu: कोरोना के बीच बर्डफ्लू (Bird Flu) का कहर, केरल में 6000 से अधिक पक्षियों की मौत
केरल में बर्ड फ्लू जमकर कहर बरपा रहा है जिसकी वजह से 6000 से ज्यादा पक्षियों की मौत हो गई है।
बर्ड फ्लू इन दिनों जबरदस्त कहर बरपा रहा है। केरल के कोट्टायम जिले की तीन अलग-अलग पंचायतों में बर्ड फ्लू के कारण 6000 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है। जिला प्रशासन की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि जिले के वेचुर, नींदूर और अर्पुकारा पंचायतों में शनिवार को कुल 6017 पक्षी मारे गए, इनमें ज्यादातर बत्तखें हैं। साथ ही, विज्ञप्ति में यह भी जानकारी दी गई है कि वेचुर में लगभग 133 बत्तख और 156 मुर्गियां, नींदूर में 2753 बत्तख और अर्पुकारा में 2975 बत्तख मारे गए हैं।
लक्षद्वीप में चिकन पर प्रतिबंध
इस बीच यह खबर भी सामने आई है कि लक्षद्वीप प्रशासन ने केरल में बर्ड फ्लू के प्रसार को देखते हुए अब अपने यहां चिकन के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जानिए क्या है बर्ड फ्लू
बता दें कि बर्ड फ्लू एक अत्यधिक संक्रामक जूनोटिक बीमारी है। इसे एवियन इन्फ्लुएंजा भी कहते हैं। यह पक्षियों में फैलता है और इस बीमारी से पक्षियां ज्यादातर मामलों में अपना जान गंवा बैठती हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो बर्ड फ्लू जंगली पक्षियों से पालतू पक्षियों में फैलता है। ये वायरस कोरोना की तरह पक्षियों के श्वसन तंत्र पर असर करता है, जिससे उनकी जान चली जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि जब कोई इंसान किसी संक्रमित पक्षी के संपर्क में आता है तो उसे भी बर्ड फ्लू होने की संभावना होती है। हालांकि अभी तक ऐसे कम ही मामले देखने को मिले हैं।
केरल में केंद्र से आई थी टीम
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले सरकार ने अलप्पुझा जिले की हरिपद नगरपालिका में कई पक्षियों की मौत के बाद मुर्गियों और बत्तखों को मारने का आदेश दिया था. यहां करीब 20471 पक्षियों को मारा गया. अलप्पुझा जिले के कलेक्टर ने बत्तख, मुर्गी, बटेर समेत घरेलू पक्षियों के अंडे और मांस को खाने और बेचने पर भी रोक लगाई थी. वहीं केंद्र सरकार की ओर से भी एक टीम भेजकर हालातों का जायजा लिया गया।