2024 चुनाव के लिए BJP का नया नारा!: तीसरी बार मोदी सरकार अबकी बार 400 पार, जानिए- कैसे?
भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनौती है कि इन राज्यों में अपनी सीट न सिर्फ बरकरार रखे बल्कि इसकी संख्या में इजाफा भी करे। 11 राज्यों में सीटों की बढ़ने की गुंजाइश कम ही है। विधानसभा चुनावों के इफेक्ट का आकलन करें तो यूपी और बिहार में ही बीजेपी अधिकतम सीटें जीत सकती है।
नई दिल्ली : तीन राज्यों में भारी जीत के बाद बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए नारा गढ़ लिया है, अगली बार 400 पार। बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि विपक्षी गठबंधन इंडिया के चुनावी मुद्दों का जिस तरह तीन राज्यों में दम निकला है, उसका फायदा हिंदी भाषी अन्य राज्यों में हो सकता है।
लोकसभा चुनाव में करीब पांच महीने बाकी हैं। जिन तीन राज्यों में बीजेपी ने परचम लहराया है, उसमें 65 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से अभी बीजेपी के पास 61 सीटें हैं। हिंदी भाषी प्रदेश बिहार, यूपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, दिल्ली, झारखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 193 सीटें हैं। इन राज्यों में 177 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनौती है कि इन राज्यों में अपनी सीट न सिर्फ बरकरार रखे बल्कि इसकी संख्या में इजाफा भी करे। 11 राज्यों में सीटों की बढ़ने की गुंजाइश कम ही है। विधानसभा चुनावों के इफेक्ट का आकलन करें तो यूपी और बिहार में ही बीजेपी अधिकतम सीटें जीत सकती है। मगर पूर्ण बहुमत के लिए पार्टी को बंगाल, असम, महाराष्ट्र और गुजरात में भी 2019 का प्रदर्शन दोहराना होगा। 2019 के चुनाव में बंगाल में बीजेपी को 18, महाराष्ट्र में 23 और गुजरात की सभी 26 सीटों पर जीत मिली थी।
303 सीटों पर जल्द सीट शेयरिंग फॉर्मूला लागू होगा, जिसमें बीजेपी के पास 154 सीटें है जबकि उसके सहयोगी जदयू और शिवसेना के पास 37 सीटें है तो एनडीए के पास 191 सीटें थी। बिहार में जदयू के साथ लड़ी , महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ लड़ी 88 सीटों में 18 जदयू और शिवसेना 19 सीटें जीती थी। जबकि यूपी में 62 और बंगाल में 18 सीटें जीती थी अगर INDIA गठबंधन इन राज्यों में पंजाब 13, दिल्ली 7, यूपी 80 , बिहार 40 , बंगाल 42, झारखंड 14, केरल 20, तमिलनाडु 39, महाराष्ट्र 48 में 200 सीटें जीत जाता है तो फिर सरकार बनाना आसान हो जाएगा, क्योंकि फिर 240 सीटों में से 100 सीटें जितनी है। अभी इंडिया गठबंधन के पास 149 सीटें है केवल पचास सीटों की लड़ाई है।
2024 में 400+ की राह बीजेपी के लिए आसान नहीं है
पिछले दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी नरेंद्र मोदी के चेहरे के सहारे मैदान में उतरी है। इस कारण लगातार दो बार पूर्ण बहुमत भी मिला। मगर मोदी लहर के बावजूद कई बड़े राज्य ऐसे हैं, जहां बीजेपी का खाता भी नहीं खुला। बीजेपी कश्मीर से बिहार तक अगर उत्तर भारत की सभी सीटें जीत जाती हैं तो उसे 245 सीटें मिलेंगी। ऐसा चमत्कार भारत की राजनीति में संभव नहीं है। 400 का आंकड़ा पार करने के लिए पार्टी को केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश में भी 10-10 सीटों की जरूरत होगी, जो आसान टास्क नहीं है। इन राज्यों की कुल 118 सीटों में से बीजेपी के पास सिर्फ चार सीटें हैं, जो तेलंगाना में मिली थीं। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कर्नाटक में भी चुनौती मिल सकती है। पिछले आम चुनाव में बीजेपी ने 28 में 25 सीटें दक्षिण भारत के राज्य में जीती थीं। इस बार पार्टी ने जेडी एस के साथ चुनावी समझौता किया है। समझौते के कारण बीजेपी को 4 सीटें जेडी-एस को देनी होगी। यानी उसे उम्दा प्रदर्शन के लिए अपने खाते की सभी 24 सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी, जो आसान नहीं है। कर्नाटक की सत्ता बदलने के बाद राज्य की राजनीति में कांग्रेस की दखल बढ़ी है। इसके अलावा बिहार में भी महागठबंधन में शामिल आरजेडी और जेडी यू भी दम रखती है। वहां बीजेपी के लिए खुद की सीटों का बढ़ाना भी चुनौती है। 2014 के चुनाव में बीजेपी अपने दम पर सर्वाधिक 22 सीट ही जीत सकी थी।2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कितनी सीटें जीतनी होगी
राज्य | कुल सीट | बीजेपी (2019) | 2024 में जरूरी |
उत्तर प्रदेश | 80 | 62 | 72 (+10) |
महाराष्ट्र | 48 | 23 | 40 (+17) |
बिहार | 40 | 17 | 35 (+17) |
आन्ध्र प्रदेश | 25 | 0 | (+10) |
तमिल नाडु | 39 | 0 | (+10) |
पश्चिम बंगाल | 42 | 18 | 30 (+12) |
मध्य प्रदेश | 29 | 28 | 29 (+1) |
कर्नाटक | 28 | 25 | 22 |
गुजरात | 26 | 26 | 26 |
राजस्थान | 25 | 24 | 25 (+1) |
उड़ीसा | 21 | 8 | 15 (+7) |
केरल | 20 | 0 | (+10) |
तेलंगाना | 17 | 4 | 8 |
असम | 14 | 9 | 12(+3) |
झारखण्ड | 14 | 11 | 12 (+1) |
पंजाब | 13 | 2 | 2 |
छत्तीसगढ़ | 11 | 9 | 11 (+2) |
हरियाणा | 10 | 10 | 10 |
दिल्ली | 7 | 7 | 7 |
जम्मू और कश्मीर | 5 | 3 | 3 |
उत्तराखण्ड | 5 | 5 | 5 |
हिमाचल प्रदेश | 4 | 4 | 4 |
अरुणाचल प्रदेश | 2 | 2 | 2 |
गोवा | 2 | 1 | 2 (+1) |
त्रिपुरा | 2 | 2 | 2 |
मणिपुर | 2 | 1 | 1 |
मेघालय | 2 | 0 | 1 |
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह | 1 | 0 | 0 |
चण्डीगढ़ | 1 | 1 | 1 |
लद्दाख | 1 | 1 | 1 |
दादर और नागर हवेली,दमन व दीव | 2 | 1 | 1 |
नागालैण्ड | 1 | 0 | 1 |
पॉण्डिचेरी | 1 | 0 | 1 |
मिज़ोरम | 1 | 0 | 1 |
लक्षद्वीप | 1 | 0 | 1 |
सिक्किम | 1 | 0 | 1 |