Cancer In Youth: 50 साल से कम उम्र में लगातार बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले, जानिए वजह और क्या है बचाव का तरीका

HealthTips: हर साल भारत समेत दुनियाभर में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। इसके कारण मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। इन दिनों पुरुषों में लंग्स और प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर के केस काफी आम हो गए हैं।

Update: 2024-04-02 12:32 GMT

HealthTips: हर साल भारत समेत दुनियाभर में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। इसके कारण मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। इन दिनों पुरुषों में लंग्स और प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर के केस काफी आम हो गए हैं। दुनियाभर में बीते कुछ सालों में कैंसर मौतों का एक बड़ा कारण बन गया है। अब युवा में भी कैंसर के केस बढ़ने लग गए हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे भी केस देखने को मिल रहे हैं जहां 50 साल से कम उम्र में ही एडवांस स्टेज का कैंसर का सामना कर रहे हैं। चलिए जानते हैं लोग क्यों कम उम्र में कैंसर का शिकार हो रहे हैं।

मोटापा से भी हो सकता है कैंसर

डॉक्टरों का कहना है कि बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल, शराब का अधिक सेवन और धूम्रपान कैंसर फैलने का सबसे बड़ा कारण है। इसके अलावा कुछ मामलों में जेनेटिक कारणों की वजह से भी कैंसर जैसी बिमारी का सामना करना पड़ता है। वहीं ज्यादा वजन बढ़ने से भी कैंसर के विकास का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। धूप में ज्यादा वक्त गुजारने से भी कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

एक्सपर्ट बताते हैं कि भारत देश में पुरुषों में मुँह का कैंसर, फेफड़े का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर है वहीं, महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे आम है। कम उम्र में कैंसर का शिकार होने का सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल और अलग- अलग प्रकार के नशे की आदत है। वहीं, ज्यादा वजन बढ़ने से भी कैंसर के विकास का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

इन चीजों से करें परहेज

इसलिए लोगों को कैंसर जैसी बिमारीयों से बचने के लिए खानपान का ध्यान जरूर रखें। इसके साथ रोज सुबह उठकर एक्सरसाइज करें और अपनी डाइट में हरे फल और सब्जियों को शामिल करें। धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन से बचें। अगर आपके शरीर में गांठ मालूम पड़ती है तो इसे नजरअंदाज न करें और कैंसर की जांच कराएं भले ही आपकी उम्र कितनी भी हो. कैंसर का आधुनिक दवाओं का उपयोग करके इलाज किया जा सकता है। कैंसर के इलाज की दर में इम्मुनोथेरपी, टार्गेटेड थेरेपी से बहुत वृद्धि हुई है। इसके अलावा, CAR-Tथेरेपी रोबोटिक सर्जरी ने भी कैंसर के ट्रीटमेंट को बेहद आसान कर दिया है।

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