Women's Day: 8 साल की जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ने महिला दिवस पर PM मोदी के सम्मान को ठुकराया, ट्वीट कर कहा...
लिसी ने लिखा, ''अगर आप मेरी आवाज नहीं सुन सकते तो आप मुझे इसमें शामिल न करें.
धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले एक ट्वीट कर कहा था कि वह इस रविवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट यानी फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब को छोड़ने की सोच रहे हैं. इसके आगे उन्होंने कहा था कि ''आप सभी को आगे इसकी जानकारी दूंगा''. इसके बाद उन्होंने सस्पेंस से पर्दा हटाते हुए कहा था कि वह 8 मार्च यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day 2002) पर 7 महिलाओं को अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट सौंप देंगे और वो इन्हें एक दिन के लिए हैंडल करेंगी.
इसी कड़ी में भारत सरकार के ट्विटर हैंडल MyGovIndia पर कुछ प्रेरणादायक महिलाओं की कहानियों को साझा किया गया है. इन्ही में से एक 8 साल की जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता लिसी प्रिया कंगुजम भी है. लिसी प्रिया कंगुजम की कहानी को भी भारत सरकार ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. लिसी ने इस सम्मान के लिए सरकार का शुक्रियाअदा तो किया लेकिन वह इससे काफी खुश नहीं हैं.
दरअसल, लिसी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ''सरकार मेरी बात सुनती नहीं है और आज उन्होंने मुझे प्रेरणादायक महिलाओं की श्रेणी में शामिल किया है.. लेकिन क्या यह वाकई में सही है? मुझे पता चला है कि पीएम मोदी की पहल के तहत 3.2 मिलियन लोगों के बीच उन्होंने मुझे भी कुछ प्रेरणादायक महिलाओं में शामिल किया है''.
Government don't listen to my voice and today they selected me as one of the inspiring woman of the country. Is it fair?
— Licypriya Kangujam (@LicypriyaK) March 5, 2020
I found that they selected me amongst the few inspiring women from 3.2 billion people under the initiative of Prime Minister @narendramodi ji #SheInspiresUs. https://t.co/N6Vmahm2PM
वहीं एक अन्य ट्वीट में लिसी ने लिखा, ''अगर आप मेरी आवाज नहीं सुन सकते तो आप मुझे इसमें शामिल न करें. #SheInspireUS में मुझे अन्य प्रेणादायक महिलाओं के साथ शामिल करने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया लेकिन काफी बार सोचने के बाद मैंने इस सम्मान को अस्वीकार करने का फैसला किया है''.
Dear @narendramodi Ji,
— Licypriya Kangujam (@LicypriyaK) March 6, 2020
Please don't celebrate me if you are not going to listen my voice.
Thank you for selecting me amongst the inspiring women of the country under your initiative #SheInspiresUs. After thinking many times, I decided to turns down this honour. 🙏🏻
Jai Hind! pic.twitter.com/pjgi0TUdWa
गौरतलब है कि लिसी प्रिया ने जून 2019 में पार्लियामेंट के बाद जलवायु परिवर्तन पर एक्शन लिए जाने की मांग करते हुए प्रोटेस्ट किया था.