सपा सांसद शफ़ीकुर्रहमान का विवादित बयान-कहा जब लडकियां बेपर्दा घूमेंगी तो बढ़ेगी आवारगी,जानें...
कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब पहनने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के दो जजों के बेंच की अलग-अलग राय है और अब ये मामला बड़ी बेंच के पास जाएगा.
फिलहाल इस मामले पर भले ही फ़ैसला नहीं हो पाया हो, लेकिन हिजाब को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है.
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का स्वागत करते हैं. हम इससे बेहतर फ़ैसले की उम्मीद कर रहे थे क्योंकि दुनियाभर में महिलाएं हिजाब नहीं पहनने की मांग कर रही हैं.
इस बीच, शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब के प्रतिबंध को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट का आदेश लागू रहेगा.
शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब का समर्थन करने वाली संस्थाओं को लेकर उन्होंने कहा, ''वो हमेशा समाज को बांटना चाहते हैं. वो इसके लिए हिजाब का इस्तेमाल कर रहे हैं.''
इस पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का कहना था कि शिक्षा मंत्री क़ानूनी बारीकियों को नहीं समझते. जब फ़ैसला विभाजित होता है तो नौतिक रूप से उन्हें हिजाब पर प्रतिबंध जारी नहीं रखना चाहिए.
समाजवादी पार्टी के सांसद शफ़ीकुर्रहमान बर्क ने हिजाब पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा, "ये ईमानदारी से मजहबी मामला है, इस्लाम का मामला है. इस्लाम के अंदर लड़कियों, महिलाओं के लिए कहा गया है कि वो बापर्दा रहें. लड़कियां बेपर्दा घूमेंगी तो आवारगी बढ़ेगी."
हालांकि, बीजेपी नेता और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहसिन रज़ा ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताया है. रज़ा ने कहा कि इस बयान के लिए उन्हें (बर्क को) माफ़ी मांगनी चाहिए. वह देश की लड़कियों को पढ़ते हुए नहीं देखना चाहते हैं. वह तालिबानी समर्थक हैं. दुर्भाग्य से वो संसद के सदस्य हैं, जो इस तरह की भाषा बोलते हैं.