इस महामारी के दौरान पीएम मोदी के नये विमान ने किया भारत में लेंड, जानिए इसकी कीमत और खूबियाँ

अभी तक पीएम एयर इंडिया-वन कॉल साइन से बोइंग-747 इस्तेमाल करते रहे हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि आज किसी वक्त प्लेन भारत पहुंच सकता है।

Update: 2020-10-02 05:14 GMT

पीएम मोदी के लिए बुलाया गया आलीशान सर्वसुविधायुक्त विमान 'एयर इंडिया वन' कल दिल्ली में लैंड कर गया, इसमे एक घण्टे उड़ान का खर्च लगभग सवा करोड़ रुपये है. इसमे VVIP के लिए विशेष सुइट है और हर वो सुविधा मौजूद है जो अमेरिकी राष्ट्रपति के विमान मे मौजूद होती है . दरअसल दो विमान बुलाए गए हैं दूसरा विमान दिसम्बर तक आने की उम्मीद है इन दोनों विमानों की कीमत लगभग 8500 करोड़ रुपए बताई जा रही हैं। इन विमानों में हवा में ईंधन भरा जा सकता है। अमेरिका ने इन दोनों विमानों के लिए खास रक्षा प्रणाली दी है इस प्रणाली की कीमत ही करीब 1300 करोड़ है. 

पीएम नरेंद्र मोदी के लिए अमेरिका में तैयार विशेष विमान बोइंग 777 गुरुवार दोपहर 3 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर उतर गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन जैसे क्षमताओं से लैस इस विमान में कई खूबियां हैं। इस विमान का इस्तेमाल प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भी करेंगे। अभी तक पीएम एयर इंडिया-वन कॉल साइन से बोइंग-747 इस्तेमाल करते रहे हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि आज किसी वक्त प्लेन भारत पहुंच सकता है।


बेहतरीन खूबियों से है लैस है यह विमान

'बख्तरबंद' बोइंग 777 (Air India One) एक बार ईंधन भरने पर यह अमेरिका से भारत तक की लंबी उड़ान भर सकता है। इस दो नए सुपर वीआईपी प्लेन को आने वाले समय में एयर इंडिया नहीं बल्कि एयरफोर्स ऑपरेट करेगी। सूत्रों का कहना है कि इसका कॉल साइन एयरफोर्स-वन रखा जा सकता है।

कलर से लेकर सुरक्षा का पूरा ख्याल

इसमें तीन तरह के रंगों का इस्तेमाल किया गया है। इनमें से दो रंग अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन से मिलते-जुलते हैं। सूत्रों का कहना है कि बोइंग-777 में जो रंग इस्तेमाल किया गया है। इनमें सफेद, हल्का नीला और नारंगी रंग है। हल्का नीला और सफेद रंगं का इस्तेमाल अधिक किया गया है जबकि नारंगी रंग की हवाई जहाज के बीच में लाइन दी गई है। देखने में यह बहुत सुंदर लग रहा है।

900 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है प्‍लेन

अमेरिकी राष्‍ट्रपति का विमान एयरफोर्स वन 35,000 फीट की ऊंचाई पर 1,013 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। एयरफोर्स वन 35,000 फीट की ऊंचाई पर 1,013 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। एकबार में यह विमान 6,800 मील की दूरी तय कर सकता है। विमान अधिकतम 45,100 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इस विमान के उड़ान के दौरान प्रतिघंटा 1,81,000 डॉलर (करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये) की लागत आती है। वहीं पीएम मोदी का नया विमान करीब 900 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है।

विमान की कीमत और ताकत भी जान लीजिए

इस विमान को एयरफोर्स के पायलट उड़ाएंगे। दोनों विमानों की कीमत करीब 8458 करोड़ रुपये है। बेहद सेफ इस जहाज के अगले हिस्से में जैमर लगा है जो दुश्मन के रेडार सिग्नल को जाम कर देता है। इस पर मिसाइल हमले का भी असर नहीं होता। खबरों के अनुसार इस विमान में हवा में ही ईंधन भरने की क्षमता होगी। साथ ही यह विमान एक बार में भारत से अमेरिका तक की दूरी के बीच उड़ान भर सकेगा।

हवा में ईंधन भरने की क्षमता

इस विमान में ऑफिस और एक मीटिंग रूम भी होगा। इसमें मिरर बॉल सिस्टम भी इस्तेमाल किया गया है। यह आधुनिक इंफ्रारेड सिग्नल से चलने वालीं मिसाइलों को भी भ्रमित कर सकता है। इस विमान की कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं। मौजूदा समय में पीएम और राष्ट्रपति एयर इंडिया के बोइंग 747 विमान में सफर करते हैं।

देश की आर्थिक स्थिति अभी ऐसी नही है कि इस खर्च का बोझ अभी उठा सके फिर भी ये महंगे विमान मंगाए जा रहे हैं, फिर भी अंधभक्त कहेंगे कि इसमे क्या गलत बात है ? हमारे मोदीजी को अमेरिका के राष्ट्रपति सरीखी सुविधा क्यो न दी जाए ? वैसे इन्ही अंधभक्तो को एक बार यह बोल दिया जाए कि भारत मे भी अमेरिका की तरह हर परिवार को कोरोना काल में 40 हजार रु मासिक भत्ता दिया जाए तो उन्हें तुरन्त याद आ जाएगा कि अमेरिका तो विकसित देश है और भारत गरीब देश! वह अपने नागरिकों को इतनी सुविधा कैसे दे सकता है ?.लेकिन जब मोदी अपने लिए यह विमान खरीद रहे हैं तो उन्हें यह सब बिल्कुल याद नही आएगा !.

भारत में कोरोना काल मे हालत यह है कि सरकार के पास एयर इंडिया के पास कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड और टीडीएस तक जमा कराने के लिए भी पैसा नहीं हैं रेलवे में पेंशन फंड में डालने के पैसे नही है, रेलवे कर्मचारियों को कोई बोनस नही है, कई राज्यों की सरकारों के पास स्वास्थ्य कर्मियों को तनख्वाह देने के पैसे नही है डॉक्टरो को देने के लिए सैलेरी नही है कई जगह 6 महीने से अधिक हो गए हैं उनके एकॉउंट में सैलेरी आए !.  यही हालत देश भर में संविदा शिक्षकों की है कल एक मित्र ने कमेन्ट बॉक्स में सूचना दी कि JRF देने के पैसे भी नही है फेलोशिप अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित है, इसके अलावा हर सरकारी एंव अर्धसरकारी संस्थान के कर्मचारियों के वेतन भत्तों में या तो कटौती की जा चुकी हैं या जल्द ही किये जाने की योजना है, मोदी सरकार पूरी बेशर्मी के साथ राज्यों को जीएसटी मुआवजा देने से इनकार कर चुकी हैं जो कि उनका हक है

कल ही सरकार का बयान आया है कि बजट में एप्रूव किया गया उसका सरकारी खर्च इन 6 महीनो में ही साफ हो गया है अब सरकार को कामकाज के लिए बाजार से ओर लोन लेना होगा, राज्यों को भी कोरोना काल मे खर्च चलाने के लिए लोन लेना होगा.

ओर इधर पीएम केयर फंड के नाम पर तो सरकार ने लूट ही मचा दी है क्या सरकारी ! क्या प्राइवेट !..क्या न्यायपालिका ! क्या अर्धसरकारी संस्थाएं !......सब पर पीएम केयर फंड में पैसे देने का दबाव बनाया जा रहा है और ऐसे माहौल में पूरी बेशर्मी के एयरफोर्स वन जैसे विमान खरीदकर हमारे प्रधानमंत्री शानो शौकत का नग्न प्रदर्शन कर रहे हैं !.......... जब देश की ऐसी आर्थिक दुर्दशा हो रही हो देश की अर्थव्यवस्था 70 सालो के सबसे बुरे दौर में हो तो मोदी जी के द्वारा इतने महंगे ओर आलीशान विमानो को खरीदना कहा तक जायज है ? कोई बताए ?

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