भीषण गर्मी में बिजली की मांग ज्यादा, कैसे होगी समस्या दूर
भीषण गर्मी ,कोयले की आपूर्ति कम और रूस-यूक्रेन असर की वजह से देश के 13 राज्यों में बिजली संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
भीषण गर्मी ,कोयले की आपूर्ति कम और रूस-यूक्रेन असर की वजह से देश के 13 राज्यों में बिजली संकट ( Power Crisis ) की स्थिति उत्पन्न हो गई है। शुक्रवार को भीषण लू ( Heat Wave ) के कहर के बीच देश में बिजली की मांग ( Electricity demand ) ने अभी तक के सारे रिकॉर्ड ( Record ) तोड़ दिए। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ( Power Ministry) ने स्वीकार किया है कि भारत में पीक पॉवर डिमांड (Power Demand) अब तक के सबसे रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
शुक्रवार यानि 29 अप्रैल को ऊर्जा की मांग 207111 मेगावॉट के स्तर पर पहुंच गई। ऊर्जा मंत्रालय ने एक ट्वीट कर कहा है कि ऑल टाइम हाई ( All Time High ) डिमांड शुक्रवार दोपहर 2.50 बजे 207111 मेगावॉट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। बिजली की ये रिकॉर्ड मांग दिल्ली, उत्तर भारत समेत देश के बड़े इलाके में जानलेवा लू (Delhi NCR Heatwave) के कहर के बीच सामने आई है।
इस बार अप्रैल में ही दिल्ली, यूपी समेत बड़े राज्यों में पिछले 11 दिनों से ज्यादा लू चलने के बीच बिजली की खपत बढ़ी है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच आयातित कोयले के दाम में भारी इजाफे से संकट और बढ़ा है। अधिकांश बिजली संयंत्रों को पूरी क्षमता से उत्पादन के लिए कोयला नहीं मिल पा रहा है। हालांकि, थर्मल पॉवर प्लांट में कोयले के स्टॉक की कमी की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि बिजली संयंत्रों में 2.2 करोड़ टन कोयला है, जो 10 दिनों के लिए पर्याप्त है। कोयले की लगातार आपूर्ति भी बढ़ाई जा रही है।