किसानों ने संसद मार्च करने का किया ऐलान,दिल्ली पुलिस ने नहीं दी इजाजत
किसानों ने संसद मार्च करने का किया ऐलान,दिल्ली पुलिस ने नहीं दी इजाजत
नई दिल्ली: संसद के मानसूत्र सत्र में किसानों ने सरकार को घेरने की नई रणनीति बनाई है.पिछल 7 महीने से किसान कृषि कानूनों के विरोध धरने पर बैठे है.वही ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने संसद भवन के बाहर मार्च करने का ऐलान किया है. किसानों ने कहा कि वे इस दौरान शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे. इसको लेकर किसानों ने अपनी पूरी तैयारी का खाका दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है. दिल्ली पुलिस भी लगातार किसानों को समझाने की कोशिश कर रही है, लेकिन किसान दिल्ली पुलिस की कोई भी बात मानने को तैयार नहीं है.
बता दें कि कृषि कानून के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने आह्वान किया है कि संसद के मानसूत्र सत्र में करीब 40 किसानों के दल में से हर दल से 5 किसान संसद मार्च के लिए जाएंगे, यानी कुल 200 किसान प्रतिदिन संसद मार्च में शामिल होंगे. भारतीय किसान यूनियन ने संसद मार्च में शामिल होने वाले प्रत्येक किसान का पूरा खाका तैयार किया है. हर किसान का आधार कार्ड से लेकर उनके सभी पहचान पत्र लिए गए हैं, ताकि जो भी किसान संसद मार्च के लिए जा रहे हैं उनकी पहचान की जा सके. किसानों ने साफ साफ कहा कि अपनी बातों को शांतिपूर्ण ढंग से रखने के लिए संसद के बाहर मार्च करेंगे और अपना शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर शाम को वापस आएंगे. जो किसान एक बार संसद मार्च में शामिल होगा वह दोबारा संसद मार्च में शामिल होगा.
बता दे बीते रविवार को दिल्ली पुलिस और किसान प्रतिनिधिमंडल के बीच में संसद मार्च करने के लिए बातचीत हुई जो बेनतीजा रही. वही दिल्ली पुलिस ने किसानों को संसद मार्च न करने की अपील की है.पुलिस ने कहा कि अगर प्रदर्शन या मार्च करना ही है तो कोई अन्य स्थान चुन लें, जहां पर वह शांतिपूर्ण ढंग से अपना प्रदर्शन कर सकें. दिल्ली पुलिस ने किसानों को दलील दी है कि संसद के बाहर मार्च करने पर कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है, लिहाजा किसी अन्य स्थान को किसान चिन्हित कर प्रदर्शन करें.