गाजीपुर बॉर्डर आज होगा खली, सिसौली तक लंगर-भंडारे, सजावट... 383 दिन बाद आज घर लौट रहे राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत आज अपने घर लौटेंगे.
तीनों कृषि कानूनों की वापसी और किसानों की लंबित मांगों पर सरकार के प्रस्ताव के बाद एक साल से चल रहे किसान आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है. अब किसानों की घर वापसी भी हो गई है. टिकरी और सिंघु बॉर्डर लगभग खाली हो गया है और बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर से भी आखिरी दस्ता रवाना होगा. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) भी आज अपने घर लौटेंगे. टिकैत 383 दिन बाद अपने घर लौट रहे हैं. उन्होंने कहा था कि जब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा, तब तक वो अपने घर में कदम नहीं रखेंगे.
हवन के बाद निकलेंगे टिकैत -
- राकेश टिकैत मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव के रहने वाले हैं. टिकैत 383 दिन बाद अपने घर लौट रहे हैं. किसान इस दिन को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए सर्व खाप मुख्यालय सौरम और सिसौली के भाकियू मुख्यालय में बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है. सिसौली में किसान भवन को दुल्हन की तरह तैयार किया गया है और किसानों के स्वागत के लिए लड्डू बनाए जा रहे हैं.
- घर वापसी से पहले टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर सुबह 9 बजे हवन करेंगे. इसके बाद टिकैत गाजीपुर बॉर्डर से मोदीनगर, मेरठ, दौराला टोल प्लाजा,मंसूरपुर होते हुए सौरम और फिर सिसौली पहुंचेंगे. बीकेयू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि किसानों के स्वागत के लिए गाजीपुर से सिसौली तक जगह-जगह भंडारे और लंगर की तैयारी हो चुकी है.
सिंघु-टिकरी बॉर्डर से जा चुके हैं किसान - तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के किसान पिछले साल 26 नवंबर से सिंधु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे थे. कानूनों की वापसी और सरकार के प्रस्ताव के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन स्थगित करने का फैसला लिया था.
- किसानों ने 11 दिसंबर से घर वापसी शुरू की थी. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सिंघु और टिकरी बॉर्डर से किसान पूरी तरह जा चुके हैं. यहां सालभर से लगे टेंट और बैरिकेड हटाए जा चुके हैं. हालांकि, गाजीपुर बॉर्डर पर अब भी थोड़े किसान हैं जो आज यहां से लौट जाएंगे.
आंदोलन स्थगित, खत्म नहीं - किसानों की वापसी भले ही हो गई है, लेकिन आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है. हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बताया कि आंदोलन को स्थगित किया गया है. 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी. अगर सरकार ने मांगें पूरी नहीं की तो आंदोलन फिर से शुरू कर दिया जाएगा.