Farmers Protest : गाजीपुर बॉर्डर पर एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत, कड़ाके की ठंड से गई जान
गाजीपुर बॉर्डर पर तबीयत खराब होने की वजह से एक किसान की मौत हो गई. किसान का नाम गलतान सिंह तोमर बताया जा रहा है.
नई दिल्ली : आज किसान आंदोलन का 37वां दिन है. वहीँ गाजीपुर बॉर्डर पर तबीयत खराब होने की वजह से एक किसान की मौत हो गई. किसान का नाम गलतान सिंह तोमर बताया जा रहा है.गलतान सिंह तोमर बागपत जिले के मोजिदबाद गांव के रहने वाले थे. उनकी उम्र 65 से 70 के बीच थी. शुरुआती जांच के मुताबिक ठंड के चलते उनकी मौत हुई है. वह पहले दिन से ही आंदोलन से जुड़े हुए थे.
किसान और सरकार के बीच सातवें दौर की बातचीत में पूरा समाधान तो नहीं निकला लेकिन विवाद के दो मुद्दों पर सहमति बन गई. अब पूरे समाधान के लिए चार जनवरी को आठवें दौर की बैठक तय की गई है. किसानों को भी उम्मीद बंधी है, लेकिन दिल्ली बॉर्डर पर किसान टस से मस नहीं हुए हैं. उनका धरना जारी है. कृषि कानूनों के खिलाफ वो अब भी आवाज बुलंद कर रहे हैं.
80 किसान संगठनों की बैठक शुरू
4 जनवरी को सरकार से होने वाली बातचीत से पहले 80 किसान संगठनों के नेता आगे की रणनीति को लेकर मंथन कर रहे हैं. इस बैठक के दौरान सरकार से बातचीत के प्रस्ताव और आंदोलन को लेकर रणनीति बनाई जा रही है. इससे पहले किसान और सरकार के बीच सातवें दौर की बातचीत में पूरा समाधान तो नहीं निकला लेकिन विवाद के दो मुद्दों पर सहमति बन गई.
किसान नेता बोले- आने वाले दिनों में संघर्ष तेज होगा
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 37वें दिन भी जारी है. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सुखविंदर सिंह सभरा ने बताया कि तीन कृषि कानून रद्द होने चाहिए, अगर 4 जनवरी को इसका कोई हल नहीं निकलता तो आने वाले दिनों में संघर्ष तेज़ होगा.
किसानों के प्रदर्शन के कारण चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. इन दोनों रास्ते से दिल्ली से नोएडा और गाजियाबाद की ओर लोग आते-जाते हैं. फिलहाल, हाइवे पूरी तरह से बंद है और लोगों से डीएनडी रूट लेने की सलाह दी जा रही है.