देश में उर्वरक की कमी के बारे में उड़ी अफवाहों को लेकर बोले, उर्वरक मंत्री भगवंत खुबा
खुबा ने उर्वरक की कमी की अफवाहों को झूठी और बेबुनियाद करार देते हुए, किसानों से आग्रह किया
पीआईबी, नई दिल्ली: रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री भगवंत खुबा ने देश में उर्वरक की कमी के बारे में अफवाहों का खंडन करने के लिये एक मीडिया-वार्ता को सम्बोधित किया है। खुबा ने उर्वरक की कमी की अफवाहों को झूठी और बेबुनियाद करार देते हुए, किसानों से आग्रह किया कि उर्वरकों की कमी की अफवाहों पर विश्वास न करें।
खुबा ने कहा, "महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में पिछले दो वर्षों से सम्मिश्रित उर्वरकों का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। राज्य के किसान अगर सम्मिश्रित उर्वरकों को अपनायेंगे, तो उन्हें फायदा होगा। डीएपी की तुलना में सम्मिश्रित उर्वरक के बेहतर नतीजे होते हैं। यही कारण है कि सरकार डीएपी की बजाय सम्मिश्रित खाद को खरीदने की सिफारिश कर रही है।"
आगे खुबा ने कहा, "इस साल नैनो-यूरिया का उत्पादन बढ़ा है। नैनो-डीएपी का उत्पादन अगले वर्ष से शुरू हो जायेगा। कर्नाटक में 22 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। रबी के मौसम में दो लाख मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत है, जिसका उत्पादन किया जायेगा। हमने दो फैक्ट्रियों में काम चालू कर दिया है।"