Android यूजर्स सावधान! Google ने बैन की ये 7 खतरनाक Apps, देखें पूरी लिस्ट और तुरंत करें स्मार्टफोन से Delete
Android यूजर्स सावधान! Google ने बैन की ये 7 खतरनाक Apps, देखें पूरी लिस्ट और तुरंत करें स्मार्टफोन से Delete
नई दिल्ली. ऑनलाइन डेटा चोरी और ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. Google Play Store पर कई ऐसे ऐप्स हैं, जो काफी खतरनाक हैं. इस साल गूगल ने कई ऐप्स को बैन किया है. अब Google ने फिर ऐप्स को बैन किया है, जिसे सबसे खतरनाक बताया है. गूगल (Google) ने सात ऐप्स में मैलवेयर पाए जाने के बाद उन्हें प्ले स्टोर (Google Play Store) से प्रतिबंधित कर दिया है. कास्पर्सकी (Kasperskey) के तात्याना शिश्कोवा (Tatyana Shishkova) ने जोकर मैलवेयर (Joker Malware) को हाईलाइट किया. तात्याना ने पाया कि ये सात ऐप मैलवेयर जैसे 'ट्रोजन' जोकर से प्रभावित थे.
कई लोग डाउनलोड कर चुके हैं ये ऐप्स
कई स्क्विड गेम यूजर्स को साइबर अपराधियों द्वारा मैलवेयर के साथ इसी तरह के हमलों का सामना करना पड़ा था. मामले को फ्लैग किए जाने के बाद गूगल ने प्ले स्टोर से इन ऐप्स को हटा दिया. चिंताजनक बात यह है कि लाखों लोग इन ऐप्स को पहले ही डाउनलोड कर चुके हैं और वर्तमान में इनका उपयोग भी कर रहे हैं.
डेटा और प्राइवेसी बचाने के लिए तुरंत डिलीट करें ये ऐप्स
अपने स्मार्टफोन की जांच करने और यह देखने की सलाह दी जाती है कि ये सात ऐप या इनमें से एक भी मौजूद है या नहीं. बस उन्हें या इसे अपने फोन से हटा दें और अपना डेटा और प्राइवेसी सुरक्षित करें.
ये 7 ऐप्स किए जा चुके हैं बैन
1. Now QRcode Scan (10,000 से ज्यादा इंस्टॉल)
2. EmojiOne Keyboard (50,000 से ज्यादा इंस्टॉल)
3. Battery Charging Animations Battery Wallpaper (1,000 से ज्यादा इंस्टॉल)
4. Dazzling Keyboard (10 से ज्यादा इंस्टॉल)
5. Volume Booster Louder Sound Equalizer (100 से ज्यादा इंस्टॉल)
6. Super Hero-Effect (5,000 से ज्यादा इंस्टॉल)
7. Classic Emoji Keyboard (5,000 से ज्यादा इंस्टॉल)
फेक सब्सक्रिप्शन से लगाया जा रहा चूना
इनमें से सबसे आम मैलवेयर हमले फेक सब्सक्रिप्शन और इन-ऐप परचेज के माध्यम से अवैध धन कमाने को टारगेट करते हैं. यूजर्स को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है और किसी भी लिंक या अनुचित खरीदारी का शिकार नहीं होना चाहिए जो संदिग्ध लगता है. साइबर हमले के मामले हाल के दिनों में बढ़े हैं क्योंकि अधिक से अधिक लोग ऑनलाइन शिफ्ट हो रहे हैं. गेमिंग ऐप्स के जरिए भी ठगी बढ़ी है.