अच्छी खबर : ब्रिटेन और साउथ अफ्रीका में मिले नए स्ट्रेन के खिलाफ भी असरदार रहेगी वैक्सीन: स्वास्थ्य मंत्रालय

UK से आए वायरस से बहुत सर्तक रहना होगा. सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है.

Update: 2020-12-29 12:40 GMT

भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजय राघवन ने कहा कि ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोनावायरस के नए वेरिएंट के खिलाफ भी वैक्सीन काम करेगा. उन्होंने कहा कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि मौजूदा वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ काम नहीं करेगा. राघवन ने कहा कि वैक्सीन (Corona Vaccine) देश में जल्द उपलब्ध होगी, लेकिन हरेक व्यक्ति अपने बचाव का ख्याल रखे.

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, यूके और दक्षिण अफ्रीका के कोरोना वैरिएंट में 17 बदलाव हुए हैं, इनमें 8 में ज्यादा बदलाव हुए है और यही चिंता की बात है. UK से आए वायरस से बहुत सर्तक रहना होगा. सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है. आगे जो भी आएंगे, उनमें 5 फीसदी लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी.

भारत सरकार ने मंगलवार को कोरोनावायरस पर देश की मौजूदा स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि देश में एक्टिव मामलों की संख्या लगातार घटती जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह हमारे लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि 6 महीने के बाद देश में रोजाना केस 17,000 से भी कम हो गए हैं. रोज होने वाली मौतों का आंकड़ा भी 6 महीने के बाद 300 से नीचे आ गया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों की तुलना में हमारा ग्राफ अच्छा है और देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर में भी कमी आई है.

स्वास्थ्य सचिव ने मंगलवार को कहा कि देश में कोरोनावायरस से कुल 55 फीसदी मौतें 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की हुई. उन्होंने बताया कि देश में अब तक कुल संक्रमित लोगों में 63 फीसदी मामले पुरुषों में और 37 फीसदी महिलाएं हुईं. अगर उम्र के आधार पर संक्रमण के मामलों को देखें तो कुल संक्रमित मामलों में 17 साल से कम उम्र में 8 फीसदी, 18-25 साल के लोगों में 13 फीसदी, 26-44 साल के लोगों में 39 फीसदी, 45-60 साल के लोगों में 26 फीसदी और 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों में 26 फीसदी रहा.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटेन के नए कोविड वेरिएंट की खबर आने से पहले हमने देश भर के लैब में 5,000 जीनोम सिक्वेंसिंग कर चुके हैं. अब हम इस संख्या को तेजी से बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा, "इसमें एक सबसे महत्वपूर्ण डेवलेपमेंट यह है कि हमने INSACOG बनाया है, जो देश के 10 सरकारी लैब का कॉन्सोर्टियम है. इसमें कोविड-19 के किसी वेरिएंट का जीनोम सिक्वेंसिंग किया जा रहा है. ये लैब ICMR, बायोटेक इंडिया, CSIR और स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े हैं."

स्वास्थ्य मंत्रालय ने सावधानी बनाए रखने की चेतावनी देते हुए कहा कि अब भी लोगों को मास्क पहनना है, दो गज की दूरी का पालन करना है, हाथ की सफाई करते रहना है. जहां भी क्लस्टर मिलेगा वहां सख्ती से रोक लगेगी और निगरानी सख्त की जाएगी. इसके अलावा भीड़ या पार्टी ना हो, इसके लिए रात में कर्फ्यू भी लगाई जाएगी.

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