कोरोना पर गृह मंत्री अमित शाह ने शीर्ष के साथ अधिकारियों बैठक लिया स्थिति का जायजा
गृह मंत्रालय की तरफ से इस बारे में राज्यों के साथ तालमेल को लेकर एक 24/7 कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
कोरोना वायरस के खिलाफ देशव्यापी लड़ाई के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार की शाम शीर्ष अधिकारियो के साथ कोविड-19 पर बैठक की और वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। गृह मंत्रालय की तरफ से इस बारे में राज्यों के साथ तालमेल को लेकर एक 24/7 कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
24 घंटे में आए 957 नए केस, 36 लोगों ने तोड़ा दम
इधर, कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पिछले 24 घंटे के दौरान 957 नए केस आए हैं और 36 लोगों की मौत हुई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, इसके बाद कोरोना संक्रमण का कुल आंकड़ा बढ़कर देश में 14,792 हो गया है, जिनमें से 12,289 एक्टिव केस, 2015 डिस्चार्ज और 488 मौतें शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि तमिलनाडु में 84 फीसदी, तेलंगाना में 79, दिल्ली में 63, आंध्र प्रदेश में 61 और उत्तर प्रदेश में 59 फीसदी मरीज के तार तबलीगी जमात कार्यक्रम से जुड़ा हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देशभर के 14378 केस में 4291 मरीज तबलीगी जमात से जुड़े हैं।
Home Minister Amit Shah is chairing a meeting with top officials to take stock of the current situation regarding #COVID19. The ministry had set up a 24/7 control room to coordinate with States. (File photo) pic.twitter.com/wBS2EqOgcr
— ANI (@ANI) April 18, 2020
किस उम्र के लोगों पर कोरोना का कितना असर
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, कोरोना से भारत में मृत्यु दर 3.3 फीसदी है। अगर उम्र के हिसाब से ऐनालिसिस किया जाए तो 14.4 फीसदी मौतें 45 साल तक के लोगों की हुई है। वहीं, 45-60 फीसदी के उम्र के मरीजों में 10.3 फीसदी, 60- 75 साल के मरीजों में 33.1 फीसदी और 75 साल से ऊपर के मरीजों में 42.2 फीसदी मृत्यु दर रही है।
महाराष्ट्र में कोविड-19 से सबसे ज्यादा मौत
मंत्रालय के मुताबिक, "महाराष्ट्र में सबसे अधिक 201 मौतें हुई हैं, जबकि मध्यप्रदेश में 69 लोगों को इस वायरस ने लील लिया है। वहीं, गुजरात में संक्रमण के चलते 41 और पंजाब व दिल्ली में क्रमशः 13 और 42 लोगों की जान गई है।" देश के 27 राज्य और सभी केंद्र शासित प्रदेशों में से कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले 3323 महाराष्ट्र से ही आए हैं। इसके बाद 1707 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे, जबकि 1323 मामलों के साथ तमिलनाडु तीसरे स्थान पर है।