UPSC और UPPCS प्रीलिम्स के अंतिम लैप को कैसे हैंडल करें, डिप्टी एसपी अंजली कटारिया बताई ये गहरी बात
#UPSC2023 और #UPPCS - दोनों की प्रीलिम्स परीक्षाओं में अब एक महीना शेष है। यह समय अभ्यर्थियों के लिए निर्णायक होता है। अंतिम लैप में की गई सटीक तैयारी निश्चित सफलता दिलाती है
UPSC और UPPCS 2022 प्रीलिम्स परीक्षाओं के अंतिम लैप में – परीक्षा से एक महीना पहले – क्या करें और क्या न करें :
प्रीलिम्स परीक्षा से एक महीने पहले से पूरा फोकस सिर्फ revision पर रखें l किसी भी नए source से, या नए टॉपिक को पढने से बचें l अभी तक जिन sources से सिलेबस को पढ़ा है उन्ही sources को निश्चित प्लान और टाइम-टेबल के अनुसार दोहराएँ l
UPSC और UPPCS के पिछले 10 वर्षों के प्रश्न पत्र अच्छी प्रकार हल कर लें l प्रीलिम्स से पिछले महीने में प्रीवियस इयर पेपर्स के solutions को दोहरा जरुर लें l
यदि आपने प्रीलिम्स में एक महीना शेष रह जाने पर भी पिछले 10 वर्षों के पेपर्स सॉल्व नहीं किये हैं, तो अंतिम सप्ताहों में कम से कम पिछले 5 वर्षों के पेपर तो अच्छी तरह सॉल्व कर ही लें l खासतौर से UPSC 2018 प्रीलिम्स के बाद के प्रश्न पत्रों को तो घोट ही लें, और इनमे पूछे गए science, ecology & environment के प्रश्नों के टॉपिक्स अच्छे से तैयार कर लें l टॉपिक्स से तात्पर्य है 'प्रश्न का थीम' l
उदाहरणतः UPSC 2018 और 2019 के प्रीलिम्स में CRISPR तकनीक पर सवाल आये थे l तो आपको अमुक सवालों के उत्तरों के अलावा CRISPR टेक्नोलॉजी के basics भी अच्छे से याद होने चाहियें l
प्रीलिम्स से पिछले सप्ताहों में GS-I के 5 से ज्यादा मॉक टेस्ट न दें, और अंतिम सप्ताह में तो कोई मॉक टेस्ट न दें l आखिरी हफ्ते में सिर्फ revise करें और CSAT की प्रैक्टिस करें l
CSAT की अच्छे से practice करें और इसे बिलकुल भी हलके में न लें l CSAT का पेपर अब काफी tough आने लगा है, और दो-तिहाई नेगेटिव मार्किंग के साथ इसमें 66 मार्क्स लाना मुश्किल हो गया है l हाल के वर्षों में देखा गया है कि CSAT पेपर में GS के बड़े-बड़े धुरंधर क्वालीफाई नहीं हो पा रहे हैं l
मैं व्यक्तिगत तौर पर एक केस जानती हूँ जिसमे एक अभ्यर्थी UPSC 2018 में 166 मार्क्स लायीं लेकिन CSAT में 62 पर ही रह गयीं थीं ! इसलिए प्रीलिम्स से पिछले सप्ताहों में पिछले 5 वर्षों के पेपर्स के अलावा CSAT के कम से कम 5 मॉक टेस्ट जरुर लगायें l
UPSC CSAT पेपर में reading comprehension के passages जटिल आते हैं और इनके उत्तर में ऑप्शन बिलकुल मिलते-जुलते लगते हैं l इसलिए reading comprehension की practice जरुर करें l
UPPCS प्रीलिम्स परीक्षा में भी नेगेटिव मार्किंग लागू हो जाने से अब CSAT और GS दोनों पेपर tough हो गए हैं l खासतौर से GS-II यानि CSAT में अनिवार्य हिंदी के प्रश्न जटिल आ रहे हैं l इसलिए UPPCS CSAT में अनिवार्य हिंदी और मैनेजमेंट के प्रश्नों की practice जरुर कर लें l
मॉक टेस्ट में मिले मार्क्स पर बिलकुल ध्यान न दें l 120+ आ रहे हैं तो भी, और 50 के नीचे मार्क्स आ रहे हैं तो भी इन मार्क्स से खुश या मायूस न हों l मॉक टेस्ट्स को सिर्फ revision में मदद के लिए करें l मॉक टेस्ट में जिन टॉपिक्स पर प्रश्न बने हैं उन्हें टेस्ट के तुरंत बाद ही, टेस्ट का solution चेक करते हुए, दोहरा लें l मॉक टेस्ट का बस यही मुख्य फायदा होता है l
प्रीलिम्स से पिछले सप्ताहों में सोने के घंटो में कंजूसी बिल्कुल न करें l रोज़ाना कम से कम 7 घंटे की नींद जरुर लें l सोते वक़्त हमारा शरीर अपने को heal करता है और हमारा मस्तिष्क neuronal connections को सुदृढ़ करता है l इससे हम तथ्यों को भलीभांति याद रख पाते हैं ल
अंजलि कटारिया DSP Trainee, उत्तर प्रदेश पुलिस