इजराइल ने फिलिस्तीनियों को दी चेतावनी, 24 घंटे में उत्तरी गाजा खाली करने को कहा
इज़रायल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच हाल ही में इज़रायली सेना ने एक चेतावनी दी है। क्या है इज़रायली सेना की चेतावनी जिसका यूएन ने भी विरोध किया है? आइए जानते हैं।
इज़रायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच चल रही जंग में इज़रायली सेना की आक्रामकता बढ़ती ही जा रही है। 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने गाज़ा स्ट्रिप से इज़रायल पर करीब 5,000 रॉकेट्स दागे थे। तभी से जंग की शुरुआत हो गई थी। इज़रायल ने भी इस हमले का जवाब देने के लिए गाज़ा और आसपास के इलाकों पर हमला शुरू कर दिया। इस जंग की वजह से 4,000 से ज़्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। इसमें इज़रायल और फिलिस्तीन के नागरिक, इज़रायली सैनिक और फिलिस्तीनी आतंकी शामिल हैं। इज़रायल और हमास के बीच चल रही जंग में अब इज़रायल की आक्रामकता बढ़ रही है। इज़रायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू हमास के खात्मे की धमकी दे चुके हैं। अब इज़रायली सेना की तरफ से एक बड़ी चेतावनी दी गई है।
24 घंटे में फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाज़ा खाली करने की दी चेतावनी
इज़रायली सेना ने 24 घंटे में फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाज़ा खाली करने की चेतावनी दी है। इज़रायली सेना ने सभी फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाज़ा छोड़कर दक्षिणी गाज़ा की तरफ सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा है। इज़रायली सेना, जो अभी तक एयर स्ट्राइक्स से हमले कर रही रही, अब ग्राउंड अटैक भी शुरू करने की तैयारी में है। इसके लिए सेना की बड़ी टुकड़ी टैंक्स में उत्तरी गाज़ा की ओर निकलने के लिए तैयार है। सेना ने यह साफ कर दिया है कि उनका निशाना सिर्फ हमास के आतंकी हैं और वो गाज़ा में रहने वाले मासूम फिलिस्तीनियों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते। इसलिए इज़रायली सेना ने सभी फिलिस्तीनियों को 24 घंटे में उत्तरी गाज़ा को खाली करने के लिए कहा है।
यूएन ने बताया नामुमकिन
यूनाइटेड नेशन्स (United Nations - UN) ने इज़रायली सेना की इस चेतावनी के अनुसार उत्तरी गाज़ा को 24 घंटे में खाली करना नामुमकिन बताया है। उत्तरी गाज़ा में करीब 11 लाख लोग रहते हैं। यानी कि गाज़ा की करीब आधी आबादी। ऐसे में यूएन ने कहा है कि 24 घंटे में सभी लोगों का उत्तरी गाज़ा से निकलना संभव नहीं है।
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