जानिए कौन है आईएएस सिद्धार्थ शुक्ला, बोले - IAS बनने घर और गांव की संपत्ति को बेचने की जरूरत नहीं है
IPS सिद्धार्थ शुक्ला महाराजगंज उत्तर प्रदेश को महाराष्ट्र कैडर आवंटित हुआ है
Know who is IAS Siddharth Shukla,: आईएएस बनने के बाद सिद्धार्थ शुक्ला लगातार अन्य अभ्यर्थियों को लेकर जानकारी भी दे रहे है। उन्होंने कहा मैंने LBSNAA में प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए CISF में अपना इस्तीफा दे दिया था । इस प्रशिक्षण के लिए ईश्वर का बहुत आभारी हूँ। इसमें किसी को मानसिक और शारीरिक रूप से कहीं अधिक मजबूत , एक बिल्कुल नए व्यक्ति में बदलने की क्षमता है। वैकल्पिक विषय के लिए विद्यार्थी ज्यादा से ज्यादा उत्तर लिखने का प्रयास करें और विषय का गहराई से अध्ययन करें . लिखने का प्रयास निरंतर करते रहे।
UPSC की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को मेरा संदेश है कि , कोचिंग करना जरूरी नहीं है. गांव की संपत्ति को बेचने की जरूरत नहीं है। मध्यमवर्गीय परिवार के विद्यार्थियों के लिए यह बहुत बड़ी रकम है। खर्चा अलग है। सामान्य अध्ययन को लेकर अभ्यर्थियों ने सलाह मांगी है मैंने प्रमुख किताबें बता दी है। UPSC की तैयारी की शुरुआत NCERT किताबों से करने पर फायदा मिलेगा . उसके बाद ही प्रमुख किताबें को पढ़ें . मेंस के लिए लगातार उत्तर लिखने का प्रयास करें. सफलता मिलेगी।
अपनी पढ़ाई की यात्रा का जिक्र किया
मेरी UPSC की यात्रा
2018 - CAPF PET Test Fail
Dehradun SSB fail.
2019 - UPSC (prelims 126 Number)
Mains - Fail
2020 - UPSC interview Fail
2021 - Mains Fail
UPPSC -Mains fail
CAPF 2022 - AIR 27 CISF AC
2022 - IAS Rank 18
( UPSC )
भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक, यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) को पास करना आसान नहीं होता है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही उम्मीदवारों का सिलेक्शन फाइनल लिस्ट में हो पाता है। वहीं इस परीक्षा को पास करने के लिए अधिकांश उम्मीदवार कोचिंग क्लास की मदद लेते हैं तो कुछ सेल्फ स्टडी करते हैं। आज हम आपको ऐसे IAS अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने सेल्फ स्टडी की मदद से UPSC की परीक्षा पास की है। आइए जानते हैं यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए कोचिंग कितनी जरूरी होती है। क्या है इस पर IAS अधिकारी की राय।
ये तो हम सभी जानते हैं कि यूपीएससी की तैयारी आसान नहीं है, जिसके बाद सिद्धार्थ ने इस परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ अलग बातें अपनाई। जैसे उन्होंने कोचिंग क्लास में दाखिला नहीं लेने का फैसला किया और अपना पूरा समय सेल्फ स्टडी को दिया। बता दें, उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर कर यूपीएससी कोचिंग को लूटने वाली संस्था बताया था।
उन्होंने लिखा, "UPSC की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को मेरा संदेश है कि , कोचिंग करना जरूरी नहीं है. गांव की संपत्ति को बेचने की जरूरत नहीं है। मध्यमवर्गीय परिवार के विद्यार्थियों के लिए यह बहुत बड़ी रकम है। खर्चा अलग है।
अपने ट्वीट के माध्यम से आईएएस सिद्धार्थ शुक्ला ने छात्रों को संस्थानों के जाल में फंसने से रोकने के लिए आगाह किया और उन्हें सलाह दी कि वे संस्थानों को लाखों रुपये का भुगतान करना बंद करें और इसके बजाय जरूरी किताबें खरीदें और उन्हें पढ़ें।
सिद्धार्थ ने इस परीक्षा में कई बार हार का मुंह भी देखा था। अपने पहले प्रयास में मुख्य परीक्षा में बुरी तरह से वह असफल रहे थे। अपने दूसरे प्रयास में, उन्होंने प्रारंभिक और मुख्य दोनों परीक्षाएं पास कर ली थी,लेकिन इंटरव्यू राउंड में असफल रहे तीसरी बार भी वह यूपीएससी की परीक्षा में असफल रहे थे।
अपने असफल प्रयासों के बाद, उन्होंने यूपीपीसीएस में भाग लिया और अंततः सीडीएस और एसएसबी परीक्षा पास करने के बाद 2020 में 27वीं रैंक के साथ सीएपीएफ परीक्षा उत्तीर्ण की। आईएएस अधिकारी बनने से पहले वह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में सहायक कमांडेंट नियुक्त हुए थे।
यूपीएससी की परीक्षा में उन्होंने हार नहीं मानी और उन्हें विश्वास था कि वह इसमें सफल होंगे। यूपीपीसीएस के बाद उन्होंने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा 2022 रैंक 18 के साथ पास की और आईएएस अधिकारी बन गए।
16 साल से कम उम्र के छात्र नहीं जा सकेंगे कोचिंग, सरकार का बड़ा फैसला
शिक्षा मंत्रालय की ओर घोषित नए दिशानिर्देशों के अनुसार, कोचिंग सेंटर 16 वर्ष से कम उम्र के छात्रों का नामांकन नहीं कर सकते हैं। वहीं सरकार ने कहा है कि जो इन आदेशों का पालन नहीं करेंगे, उनसे एक लाख रुपए तक का जुर्माना वसूला जाएगा।
कौन है सिद्धार्थ शुक्ला
उस पिता के लिए वह पल गौरव से भरा होता है, जब खुद जिस चीज को पाने के लिए कई दफा फेल हुए हों और उसे हासिल नहीं कर पाएं हों. लेकिन जब उनके बच्चे अपने पिता की असफलता को पास करके सफलता में तब्दील कर देते हैं, तो उस पिता के लिए इससे खुशनुमा पल कुछ हो ही नहीं सकता है. ऐसी ही एक कहानी IAS ऑफिसर सिद्धार्थ शुक्ला की है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके पिता ने UPSC सिविल सेवा की परीक्षा दी लेकिन असफल रहे थे. सिद्धार्थ शुक्ला ने वर्ष 2022 की UPSC CSE की परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल की थी.
पिता के सपनों किया साकार
सिद्धार्थ के पिता वर्ष 2002-2003 में अपने असफल प्रयासों के बाद पत्रकारिता की ओर रुख कर लिया. इसके बाद अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ से दिल्ली आ गए. हालांकि सब कुछ अच्छा था, लेकिन अधूरी इच्छा उनके पिता के दिल में बनी रही और उसे उम्मीद थी कि एक दिन उसके बेटे को इसका एहसास होगा. सिद्धार्थ शुक्ला ने बहुत पहले की महत्वाकांक्षा को जीवंत रखकर इसे हासिल करने में लग गए. लेकिन सफर इतना भी आसान नहीं था.
दिल्ली विश्वविद्यालय से की ग्रेजुएशन की पढ़ाई
IAS सिद्धार्थ शुक्ला मूल रूप से आज़मगढ़ के रहने वाले हैं और वह अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के रोहिणी में स्थित सेंट जेवियर्स में पढ़ाई की. इसके बाद दिल्ली के खालसा कॉलेज से इतिहास विषय में ग्रेजुएट की डिग्री ली और क्लास में टॉप स्थान पर रहे. सिद्धार्थ अपने पिता के सपने पर चलने का निर्णय लिया और UPSC CSE की तैयारी शुरू कर दी. उनकी मां एक पूर्व शिक्षिका है, जो अब एक गृहिणी हैं और उनके पिता एक समाचार पत्र के लिए काम करते हैं.
UPSC CAPF और CDS की परीक्षा कर चुके हैं पास
सिद्धार्थ जब प्रयास करते और उसका परिणाम सही नहीं आ रहे थे, तो उन्होंने अन्य विकल्पों पर विचार करने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने आखिरी बार UPSC की परीक्षा में भाग लिया और इंटरव्यू राउंड के लिए आगे बढ़े. CDS और SSB पास करने के बाद अंततः उन्होंने वर्ष 2020 में UPSC CAPF की परीक्षा AIR 27 रैंक के साथ पास की. इसके बाद उन्होंने ट्रेनिंग शुरू किया और उन्हें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर नियुक्ति मिली.