आजादी भला किसे अच्छी नहीं लगती है। पशु-पक्षी जब बंधन से मुक्त होना चाहते हैं तो इंसानों की तो बात ही अलग है। भारत सदियों तक अंग्रेजों का गुलाम रहा। आखिरकार स्वतंत्रता सेनानियों के अथक प्रयासों के बाद 15 अगस्त 1947 को देश को अंग्रेजों के बंधन से मुक्ति मिली।
आजादी मिलने के बाद उसे संजोकर रखना एक चुनौतीपूर्ण काम था। योजनाएं बनाने से लेकर उसे क्रियान्वयन तक, नियम और शर्तों के पालन के लिए संविधान बनाया जाना जरूरी था इस वजह से इसका निर्माण किया गया।
भारत में हर साल 15 अगस्त को आजादी का जश्न मनाया जाता है। इस दिन भारत को 200 साल तक अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी। 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं और हमारे देश के नन्हे-मुन्ने बच्चे कार्यक्रम में शामिल होकर उत्साह बढ़ाते हैं लेकिन इस साल 15 अगस्त अलग तरह से मनाया जाएगा। इस साल कोरोना महामारी के चलते बच्चों और बुजुर्गों को इस कार्यक्रम में शामिल नहीं किया जाएगा।
इस बार देश 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है. 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली थी और यह दिन भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। स्वतंत्रता दिवस वो दिन है जिसे पूरा देश एक साथ मिलकर बहुत ही उत्साह के साथ मनाता है।
इस बार भी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत के सभी राज्यों की राजधानियों और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में बड़े पैमाने पर उत्सव का प्रबंध किया जाता है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ की जाती है। और अंत में पूरा वातावरण "जन गण मन गण" से गुंजायमान हो जाता है।