मीनाक्षी लेखी ने किसानों को कहा 'मवाली', सोशल मीडिया पर मचा बवाल
'सबसे पहले तो उन्हें किसान कहना बंद कीजिए,क्योंकि वे किसान नहीं है, वे षड्यंत्रकारी लोगों के हत्थे चढ़े हुए कुछ लोग हैं, जो लगातार किसानों के नाम पर ये हरकतें कर रहे हैं।
नई दिल्ली बीते 8 महीने से किसान दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानून को रद्द कराने की मांग को लेकर धरने पर है.आंदोलन कर रहे किसानों के लिए बीजेपी के कई नेताओ ने आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेलाम किया है,वही गुरुवार को फिर मोदी सरकार में हाल ही में कैबिनेट मंत्री बनी मीनाक्षी लेखी ने किसानों के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया है.उन्होंने दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों को मवाली कहा है।
उन्होंने कहा है कि जो प्रदर्शन कर रहे हैं वे किसान नहीं है। सांसद मीनाक्षी लेखी ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा का जिक्र करते हुए यह भी कहा है कि प्रदर्शनकारियों का राजनीतिक एजेंडा है। मीनाक्षी लेखी के इस विवादित बयान को लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा मचने लगा है और कई यूजर्स लेखी के इस्तीफे की मांग करने लगे हैं।
दरअसल पेगासस जासूसी को लेकर संसद में हुए हंगामे पर बीजेपी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आईं मीनाक्षी लेखी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ''सबसे पहले तो उन्हें किसान कहना बंद कीजिए,क्योंकि वे किसान नहीं है, वे षड्यंत्रकारी लोगों के हत्थे चढ़े हुए कुछ लोग हैं, जो लगातार किसानों के नाम पर ये हरकतें कर रहे हैं। किसानों के पास समय नहीं है, जंतर-मंतर आकर बैठने का, वह अपने खेत में काम कर रहा है। ये आढ़तियों के द्वारा चढ़ाए गए लोग हैं, जो चाहते नहीं कि किसानों को फायदा मिले।''