मोदी का लक्ष्य बदलाव लाकर देश को दुनिया में सिरमौर बनाने का- नरेंद्र सिंह तोमर
तोमर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था- 21वीं सदी भारत की होगी, अब मोदी के नेतृत्व में भारत के उत्कर्ष का समय नजदीक है।
पीआईबी, नई दिल्ली :भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद द्वारा खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ), केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, कृषि अनुसंधान व शिक्षा विभाग तथा नीति आयोग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय "पोषक-अनाज हितधारक महासम्मेलन" का शुभारंभ आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया।
इसका आयोजन अंतर्राष्ट्रीय पोषक-अनाज वर्ष 2023 के परिप्रेक्ष्य में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष में किया गया है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि तोमर ने कहा कि देश की जनता ने बरसों बाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को ऐसा भारी बहुमत दिया है और यह सिर्फ सरकार चलाने के लिए नहीं, बल्कि देश में बदलाव लाने के लिए बहुमत दिया है। देश बदलता हुआ व आगे बढ़ता हुआ दिखे और देश को दुनिया में सिरमौर बना सकें, यह प्रधानमंत्री जी का लक्ष्य है, जिसकी प्राप्ति के लिए देश के करोड़ों लोगों को कंधे से कंधा और कदम से कदम मिलाकर योगदान देना है।
तोमर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था- 21वीं सदी भारत की होगी, अब मोदी के नेतृत्व में भारत के उत्कर्ष का समय नजदीक है। सभी को मिलकर देश को आगे बढ़ाने का पुरजोर प्रयत्न करना चाहिए, "पहले देश- बाद में मैं", यह सोच हों। हर व्यक्ति को अपनी पूरी योग्यता, क्षमता व सक्षमता के साथ भारत के नवनिर्माण व आत्मनिर्भर भारत बनाने में योगदान देना चाहिए। आत्मनिर्भर भारत, यह केवल नारा नहीं है, बल्कि इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ठोस योजनाएं बनाकर मिशन मोड में काम कर रही है। इस दृष्टि से विशेष अभियान के अंतर्गत कृषि क्षेत्र की गैप्स भरने के लिए पैकेजों के रूप में डेढ़ लाख करोड़ रूपए से ज्यादा राशि के प्रावधान किए गए हैं। दलहन का उत्पादन प्रधानमंत्री के आव्हान के बाद काफी बढ़ा है। इसके साथ ही तिलहन व आयल पाम के लिए भी मिशन शुरू किया गया है। पूर्वोत्तर सहित तेलंगाना में भी इसकी काफी संभावनाएं है, यहां के किसानों से बात कर, कठिनाइयां समझते हुए प्रधानमंत्री जी मंत्रिपरिषद में निर्णय कर मिशन लाए है। तेलंगाना की धरती इस दृष्टि से उर्वरा है, मिशन से यहां किसानों को फायदा होगा।