राजीव गाँधी खेलरत्न पुरस्कार का नाम बदला,अब यह पुरस्कार मेजर ध्यानचंद के नाम से दिया जाएगा
पीएम मोदी ने राजीव गाँधी खेलरत्न पुरस्कार का नाम बदलकर अब मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार कर दिया
नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम और महिला हॉकी टीम ने अपने शानदार खेल से इतिहास रच दिया.जहा पुरूष टीम ने 41 साल बाद ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया.वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी शानदार परफॉर्मेंस किया लेकिन मैडल से चूक गई.ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार परफॉर्मेंस के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बड़ा फैसला किया है.पीएम मोदी ने राजीव गाँधी खेलरत्न पुरस्कार का नाम बदलकर अब मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार कर दिया है.
पीएम ने शुक्रवार को ट्वीट कर इस जानकारी को साझा की.उन्होंने कहा 'मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने भारत के लिए सम्मान और गौरव लाया, लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है'. बता दें कि पहले खेल रत्न पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता था.
बता दें कि भारतीय हॉकी के इतिहास में मेजर ध्यानचंद सबसे बड़े खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते हैं. काफी समय से इस बात की भी चर्चा थी कि ध्यानचंद को भारत रत्न के खिताब से भी नवाजा जाए. मेजर ध्यानचंद को भारतीय हॉकी का जादूगर माना जाता है.
भारत ने ओलंपिक में अबतक 5 मेडल पर कब्ज़ा कर लिया है.वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने भारत के खाते में सबसे पहले ब्रॉन्ज मेडल डाला था. इसके बाद बैडमिंटन दिग्गज पीवी सिंधु ने रजत पदक जीतकर कमाल कर दिखाया.तीसरा ब्रॉन्ज मेडल भारत की झोली में बॉक्सर लवलीना ने डाला. चौथा कुश्ती में रवि दहिया ने रजत पदक जीता.भारतीय हॉकी टीम भले ही ब्रॉन्ज मेडल ही जीत पाई है लेकिन 41 साल के बाद पहली बार मेडल जीतकर भारतीय हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है.