देश के 85 जिलों में पिछले 14 दिनों से नहीं कोरोना वायरस का एक भी केस
प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि 80 प्रतिशत से अधिक गेहूं की फसल की कटाई हो चुकी है, वहीं इस समय में देश में करीब 2000 या 80 प्रतिशत मंडियों में काम हो रहा है.
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 27892 हो गई है. देश में पिछले 24 घंटे में 1396 नए केस आए, वहीं 381 लोग ठीक भी हुए. देश में रिकवरी रेट बढ़कर 22.17 प्रतिशत हो गया है. संक्रमित लोगों की बढ़ती तादाद के बीच एक राहत भरी खबर भी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 85 जिलों में पिछले 14 दिन से कोई भी मामला सामने नहीं आया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने यह भी बताया कि देश में 16 ऐसे जिले हैं जहां पहले मामले आए थे वहां 28 दिन से कोई केस सामने नहीं आया है. उन्होंने बताया कि इन 16 जिलों की लिस्ट में 24 अप्रैल से तीन और जिले भी शामिल हुए हैं. ये जिले महाराष्ट्र का गोंदिया, कर्नाटक का देवनगिरी और बिहार का लखीसराय हैं. वहीं 28 दिनों से जिन दो जिलों में कोई भी केस सामने नहीं आया था वहां नए मामले सामने आए हैं. ये दोनों जिले उत्तर प्रदेश का पीलीभीत और पंजाब का एसबीएसनगर हैं.
आईसीएमआर ने दी टेस्ट किट लौटाने की सलाह
इस प्रेस वार्ता में आईसीएमआर ने राज्यों को सलाह दी कि दो चीनी कंपनियों से खरीदे गए त्वरित एंटीबॉडी जांच किट का इस्तेमाल बंद करें, इन्हें लौटाएं ताकि आपूर्तिकर्ताओं को ये वापस भेजे जा सकें. आईसीएमआर की ओर से कहा गया कि गुआंगझू वोंडफो बायोटेक, झुहाई लिवजोन डायग्नोस्टिक के किट से कोरोना वायरस के जांच परिणामों में 'व्यापक अंतर' दिख रहा है.
मनरेगा के तहत 2 करोड़ लोगों को मिला रोजगार
वहीं केंद्र सरकार की ओर से यह भी जानकारी दी गई कि 25 अप्रैल तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सरकार, गैर सरकारी संगठनों और अन्य की ओर से हर दिन 1.5 करोड़ लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से कहा कि देश में अब तक दो करोड़ से अधिक लोगों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत रोजगार मिला है. उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि 80 प्रतिशत से अधिक गेहूं की फसल की कटाई हो चुकी है, वहीं इस समय में देश में करीब 2000 या 80 प्रतिशत मंडियों में काम हो रहा है.