सदन में हंगामे पर बोले पीएम मोदी- दलित, ओबीसी, महिला को मंत्री नहीं देखना चाहता विपक्ष
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ.
मॉनसून सत्र के पहले दिन की शुरुआत हंगामे के साथ हुई है. लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. पीएम मोदी के लोकसभा में संबोधन के दौरान हुए हंगामे के बाद राज्यसभा में भी यही स्थिति रही.
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में अपनी मंत्रिपरिषद के नए मंत्रियों का परिचय कराना चाहा मगर इसी दौरान विपक्ष के सदस्य हंगामा करने लगे. इसके बाद प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वो कुछ तबक़ों के लोगों को मंत्री बनते नहीं देखना चाहता.
मोदी ने कहा, "मैं सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद, दलित भाई, आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्री परिषद में मौका मिला। उनका परिचय करने का आनंद होता."
"लेकिन शायद देश के दलित, महिला, ओबीसी, किसानों के बेटे मंत्री बनें ये बात कुछ लोगों को रास नहीं आती है। इसलिए उनका परिचय तक नहीं होने देते."
मॉनसून सत्र में विपक्षी दल सरकार को जहां किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घेरने की कोशिश में है. वहीं विपक्ष के हमलों को फेल करने के लिए सरकार ने भी बड़ी प्लानिंग की है, लेकिन सत्र से एक दिन पहले Pegasus हैकिंग विवाद ने तय कर दिया है कि मॉनसून सत्र हंगामेदार होने वाला है.